वह पिता था सच में ख़ास जिसकी याद में मनाया जाता है फदर्स डे आज – जानें कैसे हुई फादर्स डे की शुरुआत

डेस्क : यह पूरी दुनिया जानती है कि मां अपने बच्चे से कितना प्यार करती है, लेकिन वही पिता भी अपने बच्चों से बेहद प्यार करते हैं। यह अलग बात है कि ज्यादातर पिता अपने बच्चों के प्रति प्रेम का इजहार नहीं करते हैं। पिता के प्रेम को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। बता दें कि जिस तरह से मदर्स डे मनाया जाता है उसी प्रकार फादर्स डे भी मनाया जाता है। फादर्स डे हमेशा जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है।

ऐसे में 20 जून 2021 को फादर्स डे मनाया जाएगा। इस दिन विश्व के सभी बच्चे अपने पिता को यह बताते हैं कि वह उनसे कितना प्यार करते हैं। ऐसे में वह अपने पिता को स्पेशल महसूस करवाते हैं। अलग-अलग जगह पर फादर्स डे अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। कोई गिफ्ट देकर मनाता है तो कोई बाहर घूमने जाता है। वहीं कुछ लोग घर पर पार्टी करते हैं तो कहीं केक काटा जाता है। 1909 के बाद से फादर्स डे मनाया जा रहा है इसका सीधा अर्थ यह है कि 1909 से पहले फादर्स डे नामक कोई चीज नहीं थी।

फादर्स डे की शुरुआत एक 16 साल की लड़की ने की थी। लड़की का नाम सोनोरा लुईस था। जब वह अपने पिता को काम करते हुए देखती थी तो उसको अपने पिता में एक माँ की छवि नजर आती थी। यह सब देख उसके मन में ख्याल आया कि जब एक पिता भी अपने बच्चों का ख्याल एक मां की तरह रख सकता है तो फादर्स डे भी मनाना चाहिए। बता दें कि सोनोरा की मां 16 साल की उम्र में ही परिवार को छोड़कर चली गई थी। सोनारा के पास 5 छोटे भाई थे। फादर्स डे मानाने के लिए सोनारा ने अदालत में याचिका दायर कर दी थी।

याचिका में सुनोरा ने कहा कि जिस दिन उसके पिता का बर्थडे आता है, उस दिन फादर्स डे बनाया जाना चाहिए। जब इस कार्य को पूरा करने के लिए अदालत ने उसको कहा कि चर्च में जाकर इजाजत लेकर आओ तब उसकी बात किसी ने नहीं मानी। लेकिन बेटी ने अपने पिता के लिए यह सोच लिया था कि वह अपने पिता का जन्मदिन खास बना कर रहेगी। ऐसे में सोनोरा ने एक कैंपेन चलाया, जो अमेरिका तक पहुंचा। इसके बाद उसको जीत हासिल हुई और 1910 के बाद से फादर्स डे धीरे-धीरे पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा।