Tabacco Ghutka Ban आज के दौर में भारत के भीतर पान मसाला एवं तंबाकू का उपयोग बढ़ता जा रहा है। यह दोनों ही चीजें आसानी से कहीं भी उपलब्ध होती हैं और लोग बी हे इनको जमकर खाते हैं, इन दोनों का अधिक उपयोग लोगों को काफी परेशानी दे रहा है। इन पदार्थों का अधिक उपयोग काफी नुकसानदायक होता है। इस वक्त भारत में पान मसाला और तंबाकू दोनों के दोनों खूब प्रचलित हैं।
पान मसाला भी आपको विभिन्न स्वादों और खुशबुओं के साथ मिलता है। यह खुशबू भी लोगों को खूब आकर्षित करता है। आपको बता दें की तंबाकू ही धूम्रपान का रूप ले लेता है, यह रूप न केवल सेहत के लिए खराब है बल्कि इसका उपयोग करना नशे की तरह होता है। पान मसाला और तंबाकू का उपयोग सामाजिक स्थिति, स्वास्थ्य, और परिवार में विवाद खड़ा कर देता है।
यह बैन करने की प्रक्रिया को तेलंगाना में शुरू किया गया है। तंबाकू और निकोटीन से बना गुटखा तेलंगाना के औषधि नियंत्रण प्रशासन के अधिकारियों द्वारा किया गया है। यह कार्यवाही ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम, 1954 का उल्लंघन करने हेतु तैयार हुई है। औषधि नियंत्रण प्रशासन ने सभी भ्रामक और आपत्तिजनक विज्ञापन वाली दवाओं की पहचान करने की मुहीम 25 मई को चलाई थी। जिसमें अफसरों द्वारा जहरीली दवाओं का भी पता लगा था।