सीरम इंस्टिट्यूट ने बनाई सर्विकल कैंसर की पहली स्वदेशी वैक्सीन, कम कीमतों पर करवाई जाएगी उपलब्ध

महिलाओं में आजकल काफी ज्यादा पाए जाने वाला सर्वाइकल कैंसर जो कि धीरे-धीरे काफी ज्यादा की संख्या में बढ़ता जा रहा है, और गंभीर रूप लेता जा रहा है। सामान्तया कैंसर में शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती है। कैंसर को हमेसा शरीर के उस हिस्से से नाम दिया जाता है जहां इसकी शुरुआत होती है।

भले ही बाद में यह शरीर के अन्य भागो में भी फैल जाए। जब कैंसर महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा में शुरू होता तो इसे सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है। सर्वाइकल कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे सामान्य प्रकार का कैंसर है। पहले नंबर पर अभी ब्रेस्ट कैंसर है।

सीरम इंस्टिट्यूट ने बनाया सरवाइकल कैंसर के लिए पहला देसी वैक्सीन हाल ही में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए सिरम इंस्टीट्यूट ने स्वदेशी वैक्सिंग एचपीवी तैयार कर ली है ।जो अगले कुछ महीनों में ही इंडियन मार्केट में आ जाएगी। वैक्सिंग की कीमत उत्पादकों एवम भारत सरकार से बातचीत होने के बाद तय की जाएगी।

समानता माना जा सकता है कि इसकी कीमत 200 से ₹400 के बीच होगी। सर्वाइकल कैंसर के लिए स्वदेशी तरीके से तैयार किया गया यह पहला वैक्सीन है क्योंकि यह बीमारी अभी कम उम्र की महिलाओं को ज्यादा हो रही है। इसलिए अब यह वैक्सीन सस्ती होगी और सबसे पहले यह 9 से 14 वर्ष की लड़कियों के लिए टीके के रूप में उपलब्ध करवाई जाएगी।

वर्तमान में सिर्फ दो विदेशी वैक्सीन मौजूद हैं सर्विकल कैंसर के लिए एचपीवी सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर वर्ष 1,23,000 से ज्यादा महिलाओं को कैंसर होता है।जिसमें लगभग 77,000 की मौत हो जाती है। वर्तमान में एचपीवी के दो टीके देश में मौजूद हैं। जिनका निर्माण विदेशी कंपनियां ही करती हैं। इनमें गार्डसील जो कि मार्क कंपनी तैयार करती है। और दूसरा सरवरिक्स है जिसे गैलेक्सी स्मिथ क्लीन तैयार करती है।

वर्तमान में इन वैक्सीन की मार्केट वैल्यू 2000 रुपये से ₹3000 प्रति खुराक पड़ती है। उम्मीद है कि जब सिरम कंपनी अपनी स्वदेशी वैक्सीन मार्केट में लेकर आएगी तो काफी कम कीमतों में ही उपलब्ध करवाएगी। चूँकि स्वदेशी वैक्सिंग के आने के बाद से वाहनों की कीमत में काफी उतार-चढ़ाव आएगा। सरकार भी महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के अंतर्गत इस टीके को शामिल कर सकती है जो कि सर्विकल कैंसर के निराकरण में काफी अहम कदम साबित होगा।