ऑनलाइन 12 घंटे शिक्षा देने वाले विश्व के प्रथम गुरु बने आरके श्रीवास्तव

डेस्क : कोरोना संक्रमण के कारण पिछले कई महीनों से सारे स्कूल और कॉलेज बंद है जिस वजह से बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन ही हो रही है सारी व्यवस्था ऑनलाइन कर दी गई है। ऑनलाइन क्लासेज में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी एक बैच के स्टूडेंट को एक ही शिक्षक ने पूरी रात 12 घंटे तक शिक्षा दिया, सुबह जब क्लास ऑफ होने का समय हुआ तो जितने भी बच्चे पढ़ रहे हैं सब ने पूछा कि रात कब हो गई पता ही नहीं चला?

विश्व के प्रथम मैथमेटिक्स गुरु बने आरके श्रीवास्तव आरके श्रीवास्तव ने ऐसा कर इतिहास रच दिया है एक खास बैच के स्टूडेंट्स को मैथमेटिक्स गुरु फेम आरके श्रीवास्तव ने शनिवार को पूरी रात 12 घंटे ऑनलाइन गणित ही पढ़ाते रह गए, आगे भी प्रत्येक शनिवार को यह स्पेशल 12 घंटों का ऑनलाइन क्लासेज चलेगा?अभिभावकों के बीच यह एक चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि 12 घण्टे पढ़ने के बाद भी बच्चे यह बोल रहे हैं कि सुबह कब हो गया पता ही नहीं चला।

चारों तरफ हो रहे हैं चर्चे देश के अलग-अलग राज्यों से छात्र भी अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं गाजियाबाद के सुधांशु समेत सभी छात्रों ने क्लास खत्म होने के बाद कहा कि सुबह कब हो गया पता ही नहीं चला हमें विश्वास नहीं हो रहा है कि ऑनलाइन क्लासेज में कोई शिक्षक ऐसे भी पूरी रात 12 घंटा अपने जादू तरीके से पढ़ा सकता है। आपको बता दें कि जेईई मेन की तथा जेईई एडवांस की प्रवेश परीक्षा होने वाला है लेकिन कोरोना के कारण सारी शैक्षणिक संस्थाएं बंद है और ऑनलाइन शिक्षा स्टूडेंट को काफी लाभदायक साबित हो रहा है। इसी ऑनलाइन शिक्षा में आरके श्रीवास्तव ने अद्भुत, अविश्वसनीय पढ़ाने के तरीके से खूब वाहवाही लूटी।

अमेरिका से लेकर सिंगापुर तक हो रही है तारीफें आपको बता दें कि आरके श्रीवास्तव ऑनलाइन क्लासेज में लगातार 12 घंटे पढ़ाने की चर्चा अमेरिका से लेकर सिंगापुर में भी खूब हो रही है। विदेशों में रह रहे भारतीय के बीच यह चर्चा का विषय बना हुआ है। अमेरिका में फ्लोरिडा में रह रहे प्रभात सिन्हा और सिंगापुर में रह रहे दिनेश सिन्हा समेत सैकड़ों भारतीय मीडिया एवं सोशल मीडिया के द्वारा यह जानकारी लोगों के बीच साझा कर रहे हैं। सब यही कह रह रहे हैं कि किसी 12 घंटा पढ़ाना ही बड़ी बात नहीं है सबसे बड़ी बात है कि सभी स्टूडेंट काफी खुश भी है। कई रिकॉर्ड्स से हुए दर्ज आरके श्रीवास्तव के लगातार 12 घंटे पढ़ाने के कारण कई रिकॉर्ड्स भी दर्ज हुआ है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हो चुका है। मैथमेटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव का नाम इन सारे रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद श्रीवास्तव की शैक्षणिक कार्यशैली की प्रशंसा कर चुके हैं।

मैथमेटिक्स गुरु का जीवन रहा संघर्ष भरा विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले मैथमेटिक्स गुरु अपनी पढ़ाई के दौरान टीवी की बीमारी के चलते आईआईटी प्रवेश परीक्षा नहीं दे पाए थे। उनकी इस टिस ने सैकड़ों छात्रों को इंजीनियर बना दिया। आशिक रुप से गरीब परिवार में जन्मे आरके श्रीवास्तव का जीवन भी काफी संघर्ष भरा रहा। सिर्फ 1 रूपये गुरु दक्षिणा लेकर पढ़ाते हैं गणित आरके श्रीवास्तव सिर्फ 1 रुपये लेकर बच्चों को पढ़ाते हैं सैकड़ों आर्थिक रुप से गरीब छात्रों जैसे सब्जी भी विक्रेता का बेटा,गरीब किसान का बेटा, मजदूर पानवाला का बेटा इत्यादि को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई में सफलता दिला कर इंजीनियर बना चुके हैं। आज यह सभी छात्र अपने गरीबी को पीछे छोड़ अपने सपनों को पंख लगा रहे हैं। वह कहते हैं कि मुझे लगा कि मेरे जैसे देश के कई बच्चे होंगे जो पैसे नहीं होने के कारण पढ नही पाते हैं इस वजह से मैंने यह कार्य शुरू किया।