डेस्क : भारत-नेपाल मैत्री ट्रेन सेवा 2 अप्रैल यानि शनिवार से शुरू हो सकती है। इसके लिए रेल मंडल प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से ऑनलाइन ट्रेन परिचालन शुरू करने जा रहे हैं। हालांकि, संचालन को लेकर बोर्ड को अभी अंतिम आदेश नहीं मिला है।
डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि ऑपरेशन की तैयारी पूरी कर ली गई है। करीब 8 साल से बंद इस ट्रेन सेवा के शुरू होने के बाद ट्रेन में सिर्फ भारतीय और नेपाली यात्री ही यात्रा कर सकेंगे। इस ट्रेन में अभी तक दूसरे देशों के यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी गई है। रेलवे बोर्ड की ओर से जारी एसओपी में इस पर चर्चा की गई है। इस ट्रेन सेवा पर नेपाल रेलवे का पूरा नियंत्रण होगा। संभागीय प्रशासन उन्हें परिचालन और गंभीर स्थिति के मामले में सहायता प्रदान करेगा। फिलहाल ट्रेन जयनगर से कुर्था के बीच चलेगी। आने वाले दिनों में इसे वर्दी तक बढ़ा दिया जाएगा।
8 साल से ठप है जयनगर- जनकपुर ट्रेन सेवा : नेपाल में जयनगर से जनकपुर तक नेपाली रेलगाड़ियों का संचालन वर्ष 2014 तक हो चुका है। वर्ष 2010 में भारत सरकार ने नैरो गेज को मीटर गेज में बदलने और 69.5 किलोमीटर की दूरी में नई रेलवे लाइन बिछाने के लिए 548 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी। मैत्री योजना के तहत नेपाल में जयनगर से वर्दीवास। वर्ष 2012 में इरकॉन ने जयनगर में कैंप कार्यालय खोलकर इस योजना पर निर्माण कार्य शुरू किया था। परियोजना को तीन चरणों में विभाजित किया गया था।
सुनवाई पिछले साल जुलाई में जयनगर से कुर्था तक हुई थी। : जयनगर से कुर्था के लिए 34.5 किलोमीटर रेल सेवा के लिए स्पीड ट्रायल पिछले साल जुलाई में आयोजित कि गई थी। नेपाल का क्षेत्र जयनगर के दो किलोमीटर बाद शुरू होता है। ट्रेन संचालन के लिए कोंकण रेलवे द्वारा दो रेक उपलब्ध कराए गए हैं। जिसे अब कोंकण रेलवे के कर्मियों द्वारा संचालित किया जाएगा। कोंकण रेलवे के कर्मियों के साथ नेपाली रेलवे के जवान भी साथ होंगे। बताया गया है कि कोंकण रेलवे के कर्मी उन्हें करीब छह महीने तक ट्रेन संचालन का प्रशिक्षण देंगे.
रेलवे बोर्ड ने यात्रा को लेकर जारी की एसओपी : रेलवे बोर्ड ने जयनगर और कुर्था के बीच मैत्री ट्रेन में यात्रा को लेकर एसओपी जारी किया है. जिसे लेकर संभाग के जयनगर स्टेशन पर संभाग प्रशासन ने गाइड लाइन जारी कर दी है. इस ट्रेन में केवल भारतीय और नेपाली के स्थायी निवासी ही यात्रा कर सकेंगे। ट्रेन सेवा शुरू होने से भारतीय जनकपुर स्थित माता जानकी मंदिर के दर्शन कर सकेंगे। चैत नवरात्र के बीच इस ट्रेन सेवा से जनकपुर में श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना बढ़ गई है.