डेस्क : प्रश्न : बिहार के उस वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर मैथेमैटिक्स गुरू का नाम बताये जो सिर्फ 1 रुपया गुरु दक्षिणा लेकर पढाते है गणित।
(a) आनंद कुमार (b) दास गुप्ता
(c) अभयानंद (d) आरके श्रीवास्तव
ऊपर दिये प्रश्न का सही उत्तर OPTION (D) है
आपको बताते चले की बिहार के रोहतास जिले के बिक्रमगंज के रहने वाले वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर आरके श्रीवास्तव सिर्फ 1 रुपया गुरु दक्षिणा लेकर सैकङो आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी ,एनआईटी, बीसीईसीई सहित देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में सफ़लता दिलाकर उनके सपने को पंख लगा चुके है।
इससे पहले भी कई बार अलग अलग तरीकों से GK के किताबो और टेस्ट परीक्षाओ में आरके श्रीवास्तव के बारे में प्रश्न पुछे जा चुके है।
- प्रश्न : गूगल ब्वाय कौटिल्य पंडित के बिहारी गुरु का नाम क्या है ऐसे भी प्रश्न कई बार पुछे जा चुके है।
- प्रश्न : बिहार के मैथेमैटिक्स गुरू का नाम बताये जिसने हाल ही में पाईथागोरस थ्योरम को 52 अलग अलग तरीकों से (बिना रुके) सिद्ध कर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड्स राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक करते हैं बिहार के इन शिक्षको की तारीफ
अपने शैक्षणिक कार्यशैली से देश विदेश में लोकप्रिय है ये शिक्षक। सैकड़ों आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई सहित देश के प्रतिष्ठित संस्थानो में दाखिला दिलाकर उनके सपने को पंख लगा चुके हैं पंख।
कोई आरके श्रीवास्तव ऐसे ही नही बन जाता आरके श्रीवास्तव होने का मतलब- कड़ी मेहनत , उच्ची सोच एवं पक्का ईरादा आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स के सपनो को पंख देने वाले का नाम है आरके श्रीवास्तव। आरके श्रीवास्तव अब लाखो युवायो के राॅल मॉडल बन चुके हैं। बिहार के ये शिक्षक ने अपने कड़ी मेहनत, पक्का इरादा और उच्ची सोच के दम पर ही शीर्ष स्थान को प्राप्त कर लिया है। देश के टॉप 10 शिक्षको में भी बिहारी शिक्षक का नाम आ चूका है। ये गणित के शिक्षक है, परन्तु इनके शैक्षणिक कार्यशैली एक दशको से चर्चा का बिषय बना हुआ है। बिहार सहित आज पूरे देश की दुआएं आरके श्रीवास्तव को मिलता हैं। विदेशो में भी इन बिहारी शिक्षकों के पढाने के तरीको को भरपूर पसंद किए जाते हैं। उन सभी देशों में भी इनके शैक्षणिक कार्यशैली को पसंद किए जाते हैं, जहां पर भारतीय मूल के लोग बसे हुए हैं।
मैथेमैटिक्स गुरू आरके श्रीवास्तव का व्यक्तित्व सरल है। पिता के गुजरने के बाद अपने पढ़ाई के दौरान गरीबी के कारण उच्च शिक्षा में होने वाले परेशानियो को नजदीक से महशूस किया है। ये बिहारी शिक्षक बताते है की पैसो के आभाव के कारण हमें बड़े बड़े शैक्षणिक संस्थानो में पढने का सौभाग्य नही मिला। लेकिन हम वैसे जरूरतमंद स्टूडेंट्स के सपने को पंख दे रहे जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है, जो आज के समय के कोचिंग की लाखो फी देने में सक्षम नही है परन्तु उनका सपना बड़ा है।आरके श्रीवास्तव सिर्फ 1 रुपया गुरु दक्षिणा लेकर गणित का गुर स्टूडेंट्स को सिखाते है। ये शिक्षक सैकड़ों आर्थिक रूप से गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी,एनआईटी,बीसीईसीई, एनडीए सहित देश के प्रतिष्ठित संस्थानो मे दाखिला दिलाकर उनके सपने को पंख लगा चुके है। आरके श्रीवास्तव के कबाड़ की जुगाड़ से प्रैटिकल कर गणित पढाने का तरीका और नाइट क्लासेज अभियान( लगातार 12 घंटे पूरी रात गणित पढाना) पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है । वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्डस में भी दर्ज हैं आरके श्रीवास्तव का नाम,
आरके श्रीवास्तव अपने सफ़लता का श्रेय अपनी मां आरती देवी को देते है। माँ के संघर्षों ने अपने लाडलो को बनाया मैथेमैटिक्स गुरू
निश्चित रूप से आरके श्रीवास्तव को देश का वर्तमान में सबसे बड़ा शिक्षक माना सकता है। जो हिन्दूस्तान को विश्व गुरू बनाने में अपना योगदान नि:स्वार्थ दे रहे। आप आरके श्रीवास्तव के पढाने के तरीके और उनके बातो को कहीं भी सुन लें। तब समझ आ जाएगा कि वे अपनी स्टूडेंट्स के सफ़लता को लेकर कितने गंभीर रहते हैं। वे हमेशा जीतने वाले छोङते नही और छोड़ने वाले जीतते नही जैसी बाते अपने स्टूडेंट्स को बताते है। अभी हाल ही में आनंद कुमार की जीवनी पर बॉलीवुड ने सुपर 30 फिल्म बनाया, आनंद कुमार के संघर्ष को हृतिक रोशन ने अपने अभिनय से पूरी दुनिया को दिखाया। कैसे एक पापड़ बेचने वाले ने सैकड़ों गरीब स्टूडेंटस के सपने को दिया पंख। आपको बताते चले की आनंद कुमार की तरह ही बिहार के आरके श्रीवास्तव की कहानी है, एक आँटो रिक्शा वाले आरके श्रीवास्तव ने मैथेमैटिक्स गुरू बन सैकङो निर्धन परिवार के स्टूडेंट्स के सपने को लगा दिया पंख। आरके श्रीवास्तव का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ ऑफ़ रिकॉर्डस लंदन , इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स, गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है। रास्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी कर चुके हैं बिहार के आरके श्रीवास्तव के शैक्षणिक कार्यशैली कार्यशैली की प्रशंसा ।