डेस्क : हाल ही में संसद से चार सांसदों को विदा किया गया है। इनकी विदाई के समय भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए। आपको, बता दें कि इसमें गुलाम नबी आजाद जो कांग्रेस के लीडर रह चुके हैं और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं उनको संसद से विदा किया गया है लेकिन जब उनको विदा किया जा रहा था तो पीएम नरेंद्र मोदी की आंखों से आंसू छलक गए और वह इमोशनल हो गए।
ऐसे में उनका या भावुक अंदाज़ और ज्यादा भावुक तब हो गया जब उन्होंने 5 महीने की एक बच्ची की बीमारी का जिक्र किया और बता दें कि महाराष्ट्र की इस बच्ची के मामले को नाम दिया गया है तीरा कामत मामला। छोटी बच्ची के इलाज के लिए जो दवाइयां आ रही थी उस पर कस्टम ड्यूटी और जीएसटी को माफ कर दिया गया, इसके चलते दवा समय से पहुंचे और करीब 6 करोड रुपए बचा लिया गया। आपको बता दें कि छोटी बच्ची तीरा कामत एक पारिवारिक बीमारी से ग्रसित है जिसके चलते उसका जीन रिप्लेसमेंट करवाया जाना था।
इस बीमारी में झोलजेंसमा नाम की दवाई का इस्तेमाल किया जाता है जो ₹16 करोड़ की है, लेकिन इतना ज्यादा पैसा जुटा पाना घरवालों के लिए मुश्किल ही नहीं नामुमकिन प्रतीत हो रहा था। ऐसे में क्राउड-फंडिंग की गई और ₹16 करोड़ इकट्ठे कर लिए गए। ऐसे में परिवार ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी मुलाकात की जिसके चलते मोदीजी ने इस मामले की गंभीरता को समझा और फरवरी की 1 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले पर हस्तक्षेप करने के लिए कहा, जिसके चलते उन्होंने कहा कि इस दवाई पर जीएसटी और कस्टम ड्यूटी को माफ किया जाए।
इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने आभार व्यक्त करते हुए फैसला लिया और पूरी तरह से जीएसटी और कस्टम ड्यूटी को माफ कर दिया। ऐसे में छह करोड़ रूपया भी बच गया और सभी लोग पीएम मोदी के इस फैसले से खुश हुए, साथ ही परिवार भी खुश हुआ ऐसे में पीएम को पत्र लिखा और उनको धन्यवाद दिया।