फीकी पड़ गई ताजमहल की चमक- अब ये हिन्दू मंदिर बना पर्यटकों की पहली चाहत

डेस्क : लेटेस्ट सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब ताजमहल का अजूबा पर्यटकों को रिझा नहीं पा रहा। इस मामले में पर्यटन मंत्री द्वारा जारी भारतीय पर्यटन सांख्यिकी 2022 के अनुसार, तमिलनाडु का ऐतिसाहिक शहर मामल्लापुरम विदेशी पर्यटकों के मन को ज्यादा लुभा रहा है और यहां इतनी पर्यटकों की संख्या जिससे ताजमहल पिछड़ता दिख रहा है। बता दें मामल्लापुरम को महाबलीपुरम भी कहा जाता है।

मालूम हो महाबलीपुरम मंदिर को भी यूनेस्को ने ठीक ताजमहल की तरह विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार, ‘2021-22 में चेन्नई से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित मामल्लापुरम में 1,44,984 विदेशी पर्यटक आए थे। यह संख्या उन विदेशिय पर्यटकों की संख्या की 45.50 प्रतिशत थी, जिन्होंने टिकट के इस्तेमाल के साथ शीर्ष 10 सबसे लोकप्रिय और केंद्रीय रूप से संरक्षित स्मारकों का दौरा किया था। इस सूची में ताज महल 38 हजार लोगों के आगमन के साथ दूसरे नंबर पर रहा।’

जहां एक ओर 2021 में यूपी के आगरा स्थित ताजमहल देखने के लिए 38,922 विदेशी पर्यटक पहुंचे थे, यानी कुल आगंतुकों की संख्या 12.21% है। वहीं, महाबलीपुरम तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले का एक शहर है। 7वीं और 8वीं शताब्दी के हिंदू स्मारकों के लिए महाबलीपुरम को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया है। यह भारत के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है।

सामने आई रिपोर्ट में साफ तौर से कहा गया है कि ‘कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंधों के कारण भारत में 2021 में विदेशी पर्यटकों की आवक कम हो गई। 2020 में देश में 27.40 लाख विदेशी सैलानी आए थे जिनकी संख्या पिछले साल कम होकर 15.20 लाख रह गई। वर्ष 2020 की तुलना में 2021 में भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में 44.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।’

मालूम हो कि केंद्रीय सूची में जो टॉप 10 भारतीय स्मारक हैं उनमें से 6 केवल तमिलनाडु में ही हैं। इनमें चेंगलपट्टू जिले के तटीय गांव सालुवनकुप्पम में स्थित रॉक-कट मंदिर के साथ दो अन्य स्मारक भी हैं। इनके अलावा जिंजी जिले के पास जिंजी दुर्ग (गिंगी फोर्ट), कन्याकुमारी जिले के पास वट्टाकोट्टई किला, थिरुमयम किला, रॉक-कट जैन मंदिर और पुदुक्कोट्टई जिला में सिट्टानवासल भी मौजूद हैं।

पर्यटकों की इतनी है संख्या : औपचारिक रिपोर्ट में सामने आए आंकड़ों के अनुसार 2021-22 में ताज महल देखने 32.90 लाख घरेलू पर्यटकों पहुंचे। वहीं, लाल किला का दीदार करने 13.20 लाख और कुतुब मीनार के लिए 11.50 लाख विदेशी पर्यटक पहुंचे। जहां ताज महल देखने पहुंचे घरेलू पर्यटकों की कुल संख्या 12.65 प्रतिशत रही। इस रिपोर्ट के मुताबिक ‘2021-22 में घरेलू पर्यटकों की कुल संख्या 2,60,46,891 थी जबकि 2020-21 में यह तादाद 1,31,53,076 रही थी। 2021-22 में घरेलू पर्यटकों की संख्या में बीते वर्ष की तुलना में 98 प्रतिशत का इजाफा हुआ था।’

इसके अलावा केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की रिपोर्ट में जारी आंकड़ों के मुताबिक 2021-22 में भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या 3,18,673 थी जबकि 2020-21 में 4,15,859 विदेशी पर्यटकों का रुझान भारत रहा था। भारत में ऐसे 3,693 धरोहर स्थल हैं जिनका संरक्षण एएसआई के हाथ में हैं। इनमें से कई यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल हैं। ध्यान रहे कि 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण एएसआई संचालित पर्यटन स्थलों को चार महीने से भी ज्यादा समय के लिए बंद कर दिया गया था।