SBI Agniveer Requirement: अब बैंक में भी अग्निवीर की तर्ज पर होगी भर्ती, कॉन्ट्रेक्ट पर रखे जाएंगे कर्मचारी..

डेस्क : सेना में अग्निवीरों की तर्ज पर अब भारतीय बैंकों में भी कर्मचारियों की बहाली होगी। यह कर्मचारी कॉन्ट्रेक्ट पर रखे जाएंगे। देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक अपना खर्च कम करने के लिए मानव संसाधन संबंधित मुद्दों के लिए अब एक अलग कंपनी शुरू करने जा रहा है। स्टेट बैंक की ऑपरेशन और सपोर्ट सब्सिडियरी को हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) से सैद्धांतिक स्वीकृति भी मिल गई है। शुरुआत में यह कंपनी ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में बैंक शाखाओं में कर्मचारियों का प्रबंधन भी करेगी।

बैंकिंग क्षेत्र के जानकारों की माने तो इस प्रकार का कदम उठाकर बैंक अपना कॉस्ट-टू-इनकम रेशियो अब कम करना चाहता है, जो अभी इंडस्ट्री स्टैंडर्ड के हिसाब से बेहद ऊंचा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पूरे देश में SBI ने बैंक शाखाओं का एक बेहद वृस्तित नेटवर्क स्थापित कर रखा है। चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में SBI के कुल ऑपरेशन खर्च में वेतन का हिस्सा करीब 45.7 प्रतिशत था और सेवानिवृत्ति लाभ व अन्य प्रोविजन की हिस्सेदारी 12.4 प्रतिशत है।

ऑल इण्डिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव DN त्रिवेदी ने बताया कि स्टेट बैंक ऑपरेशन सपोर्ट सर्विसेस जिन भी कर्मचारियों की नियुक्ति करेगी वो सभी नियुक्तियां एक अनुबंध के आधार पर होंगी। अनुबंध के आधार पर नियुक्त होने वाले कर्मचारियों को SBI के स्थायी कर्मियों को मिलने वाले सभी लाभ नहीं मिलेंगे।

दूसरे बैंक भी बढ़ा सकते हैं कदम : इस नई व्यवस्था का असर पूरी बैंकिंग इंडस्ट्री पर दिखाई पड़ेगा। एसबीआई ऑपरेशन सपोर्ट सर्विसेस भारतीय बैंकिंग जगत में अपनी तरह की पहली सब्सिडियरी होगी। हालांकि अब अन्य बैंक भी इस दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक कई बैंक पूर्व में आरबीआई के पास इस तरह की सब्सिडियरी बनाने के लिए प्रस्ताव दे चुके हैं लेकिन तब आरबीआई ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। लेकिन अब एसबीआई को अनुमति मिलने के बाद अन्य बैंक भी अपने पुराने प्रस्तावों को एक बार फिर आगे बढ़ाने के लिए आरबीआई से ऐसी सब्सिडियरी के लिए मंजूरी मांग सकते हैं। इस प्रकार यह अग्निवीर की तरह बैक में भी एक नई बहाली योजना होगी।