Indian Railway : कई बार ऐसा होता है कि रेल यात्री चलती ट्रेन को अलार्म को खींचकर ट्रेन को रोक देते हैं। इसका कारण तो अनेक है लेकिन इसमें रेलवे को बहुत ज्यादा दुख नुकसान होता है। यही नहीं अलार्म खींचने वालों यात्रियों पर कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है।
यात्रियों को अक्सर इससे जुड़े कानूनों की जानकारी नहीं होती। कई बार यात्री मोबाइल वगैरह गिर जाने पर भी ट्रेन की चेन खींचकर उसे रोक लेते हैं। लेकिन रेलवे कानून के तहत यह अपराध है। ऐसा करने वालों पर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) पूरी नज़र रखती हैm बिना कारण चेन खींचने वालों को पकड़कर उनपर कड़ी कार्रवाई की जाती है। तो चलिए आपको बताते हैं बिना चैन खींचे आप अपने सामान को कैसे वापस पा सकते हैं।
अगर चलती ट्रेन में मोबाइल या फिर कोई कीमती सामान किसी सुनसान जगह पर गिर जाए तो उसका 90 फीसदी मिलना तय है। आपको बस इतना करना है कि मोबाइल के गिरते ही मोबाइल को नीचे की ओर देखने के बजाय सामने वाले बिजली के खंभे पर पड़े नंबर को देखना है। अब आप आरपीएफ की हेल्पलाइन पर कॉल करें और उन्हें बताएं कि आपका मोबाइल बिजली के खंभे के पास किन स्टेशनों और कितने नंबरों के बीच गिरा है? आरपीएफ आपका मोबाइल ढूंढ लेगा। आप उस स्टेशन पर वापस जाकर अपनी पहचान बताकर अपना मोबाइल कलेक्ट कर सकते हैं।
जंजीर खींचना जरूरी नहीं, ये तरीके भी कर सकते हैं मदद : रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों को छोटी-छोटी बातों में ट्रेन की चेन नहीं खींचनी चाहिए। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि छोटी सी आपात स्थिति में आप ट्रेन के कप्तान, टीटीई, आरपीएफ के ट्रेन एस्कॉर्ट, कोच अटेंडेंट और किसी अन्य रेलवे के कर्मचारियों को सूचित कर सकते हैं। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) का अखिल भारतीय सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 182 है।
आप इसे किसी भी समय डायल करके मदद मांग सकते हैं। उनके मदद मांगने पर, फील्ड आरपीएफ तुरंत हरकत में आ गया और तुरंत उचित मदद पहुंचाई गई। इसी तरह GRP की हेल्पलाइन का नंबर 1512 है। इसे डायल कर सुरक्षा आदि की मांग की जा सकती है। रेल यात्री हेल्पलाइन नंबर 138 है। रेल यात्रा के दौरान किसी प्रकार की परेशानी होने पर इस नंबर पर डायल कर भी मदद ली जा सकती है।