डेस्क : मोदी सरकार अपने पूरे एक्शन में है इन दिनों तभी तो पुरे जोरों – शोरों देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अपने कदम बढ़ा रही है। सरकार सोलर कार मैन्यूफैक्चरिंग पर फोकस बढ़ाने की तैयारी करने में लगी हुई है। यहाँ तक की सरकार देश में सोलर कार मैन्यूफैक्चरर्स को बढ़ावा देने के लिए इनसेंटिव्स तक देने का मन बना चुकी है।
सरकार के इस महत्वकाँक्षी परियोजना की मुख्य बातें :
- कार मैन्यूफैक्चरिंग पर बढ़ेगा फोकस
- सरकार ऑटो कंपनियों के लिए बनाएगी नई पॉलिसी
- सोलर कार मैन्यूफैक्चरिंग में भारत बनेगा आत्मनिर्भर
सोलर कार मैन्यूफैक्चरिंग में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार की ओर से एक नई पॉलिसी का खाका तैयार किया जा रहा है, जिससे ऑटो कंपनियों को देश में सोलर कार मैन्यूफैक्चरिंग के लिए आकर्षित किया जा सकेगा । इसके साथ ही सरकार उन ऑटो कंपनियों को टैक्स में छूट, सब्सिडी, सस्ता लोन और सस्ती जमीन मुहैया कराएगी जो सोलर कार मैन्यूफैक्चरिंग का प्लांट लगाने के लिए आगे आएंगे।
इस दिशा में काम को आगे बढ़ाने के लिए सरकार एक कमेटी गठन करने वाली है , इस कमेटी में वित्त मंत्रालय, पावर-रीन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय और भारी उद्योग मंत्रालय और इस क्षेत्र के जुड़े जाने माने एक्सपर्ट शामिल होंगे। जो प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को अपने सुझाव देंगे कि कैसे देश में सोलर कार मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया जा सकता है। सरकार इस योजना को लेकर बेहद गंभीर है।
अनुमानतः भारत 2021 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा पैसेंजर व्हीकल मार्केट (passenger vehicle market) बन जाएगा। ऐसे में सोलर मार्केट को लेकर सरकार को भी बड़ी संभावनाएं दिखती हैं। फिलहाल Tata मोटर्स, TVS मोटर्स और Mahindra ग्रुप के पहले से ही सोलर प्लांट हैं। सरकार इस मौके के पुरे फायदे उठाने की तैयारी में लग चुकी है।