नई मुश्किलें खड़ा कर सकता है कोरोना का नया वर्जन, तीसरा वैरिएंट कोरोना वायरस ! जानिए ये कितना खतरनाक है

न्यूज डेस्क : कोरोना की दूसरी लहर की वजह से अब भी देश के कई राज्यों में परेशानियां बरकरार है। अभी का समय देश के लिए मुश्किलों और चुनौतियों से भरा हुआ है। दूसरी लहर में जहाँ ऑक्सिजन की कमी तो कभी अस्पतालों में बेड और दवाओं की कमी की वजह से अपनों को खोने के दुख से लोग उबर भी नहीं पाए हैं। हालांकि अब कोरोना की दूसरी लहर धीरे धीरे कम रही है।

पर इसके खत्म होने के पहले ही इसके तीसरी लहर और ज्यादा खतरनाक माने जाने वाले रूप का पता चल गया है। जिसे वैज्ञानिको ने “डेल्टा प्लस ए वाई 1” का नाम दिया है। जिसके बाद कोरोना वायरस में लगातार हो रहे म्युटेशन और नया डेल्टा प्लस वैरिएंट के ज्यादा शक्तिशाली होने की वजह से इसे खतरनाक माना जा रहा है। कोरोना वायरस जैसे-जैसे लोगों को इफ़ेक्ट करता है। उतना ही ज्यादा इसमें म्युटेशन होता जाता है। यह एक रेंडम प्रोसेस हैं, म्युटेशन वायरस की अफ्फेक्टिविटी और वैक्सीन के प्रति उसके पावर को बढ़ा रहा है।

कोरोना के वैक्सीनेशन ही होगा कारगर कोरोना वैक्सीनेशन का काम देश मे व्यापक तरीके से किया जा रहा है। इस लिए इस वैरिएंट से ज्यादा घबराने की ज़रूरत नहीं है , पर वेरिएंट का सर्विलांस करना ज़रूरी है। कोई लापरवाही के बिना। अगर कोरोना वायरस के पूरे टाइम पीरियड को देखें तो कहा जा सकता है। कि वायरस का म्युटेशन नही होता तो ये बीमारी क़ाफी कंट्रोल में रहती।

कई सारे वैज्ञानिक ने इस बात को माना है कि कोरोना की दूसरी लहर से इतनी क्षति सिर्फ इसलिए हुई क्योंकि डेल्टा वैरिएंट काफी तेजी से डेवलप हुआ और बहुत सारे लोगों को एक साथ संक्रमण में होने से कोरोना कि पहली लहर के बाद जो एन्टी बॉडी बनी वो ड्राप हो गई और दूसरी लहर काफी जल्दी फैल गई और ख़तरनाक बन गई। फिलहाल वैक्सीनेशन प्रोग्राम चल रहा है। पर लोगों के लिए ज़रूरी है वो खुद आगे आकर जल्द से जल्द वैक्सीनेशन करवाए। सरकार को भी लोगों को जागरूक करने का काम तेजी से करना होगा। ताकि बिना गलतफहमी में आए वैक्सीनेशन तेजी से हो सके और जिस बुरे दौर से कोरोना की दूसरी लहर को लोगों ने देखा। तीसरी लहर में ये त्रासदी न हो।