New Sansad Bhawan : बनकर तैयार है नया संसद भवन, पुस्तकालय और भव्य लोकसभा चेंबर जैसी सुविधाओं से लैस, जानें विशेषताएं

Features of New Sansad Bhavan : भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और इस लोकतंत्र का मंदिर है भारत का संसद भवन, जहां आम आदमी के द्वारा चुने गए प्रतिनिधि उनके सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक उत्थान के लिए अग्रसर रहते हैं। संसद भवन अपने आप में देश की संप्रभुता का परिचायक है, भारत की संसद अंग्रेजों के जमाने की बनी हुई बिल्डिंग 96 साल पुरानी थी, जिसका पुनर्निर्माण कर उसे आज के परिवेश के अनुरूप ढाला गया है, तो आइए जानते हैं कि क्या है नए संसद भवन की खासियत।

Features of the new Parliament building (नए संसद भवन की विशेषताएं)

नए संसद भवन के निर्माण (New Parliament Building) में वास्तुकला या वास्तु शास्त्र को एक खास जगह दी गई है। वास्तु के हिसाब से स्थान सही किए गए हैं, इस नए भवन में पुस्तकालय जैसी सुविधाओं से लेकर एक बड़ा लोकसभा चेंबर हैं जिसमें संसद का संयुक्त सत्र आयोजित होने पर एक साथ 1280 मेंबर बैठ सकते हैं. सेंट्रल विस्ता प्रोजेक्ट के अंतर्गत बने इसने संसद भवन की खूबसूरती देखने लायक है,यह बेहद ही भव्य और आज की जरूरतों के हिसाब से बनाया गया है। पुरानी बिल्डिंग अंग्रेजों के जमाने की बनी हुई थी और अब उसमें परिवर्तन की जरूरत देखी गई जिस वजह से यह प्रोजेक्ट लगभग 2 साल के अंदर बनकर तैयार हुआ।

Cost of New Sansad Bhawan नया संसद भवन की लागत

प्रोजेक्ट की कुल लागत 13 सौ करोड़ 1300 करोड़ रुपये आई है, हालांकि पहले इसका बजट 861 करोड़ तय किया गया था लेकिन बाद में कुछ नई चीजों के जुड़ने की वजह से यह कीमत बारह सौ करोड़ हो गई।भवन में लोकसभा सदस्यों के लिए 888 सीटें लगाई गई हैं, जिससे भविष्य में लोकसभा मेंबर्स की संख्या में बढ़ोतरी होने पर उन्हें आसानी से समायोजित किया जा सके. वहीं राज्यसभा के लिए 300 सीटों का इंतजाम किया गया है, जो पहले 250 थी।

New Parliament House to be Inaugurated on 28th May : आने वाली 28 मई को संसद भवन का उद्घाटन होना तय किया गया है। इस तारीख पर भी लोगों की बहस चालू हो गई है,जहां कुछ लोगों का मानना है कि 28 मई को वीर सावरकर की जयंती है और क्योंकि वीर सावरकर को महाराष्ट्र में बहुत माना जाता है, इस वजह से यह एक राजनीतिक कदम है वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह महज एक संयोग है इसमें कोई भी राजनीतिक स्वार्थ नहीं जुड़ा हुआ है। पीएम मोदी () इसका उद्घाटन करने वाले हैं.