न्यूज़ डेस्क: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को घोषणा की है। गाजियाबाद से लखनऊ तक एक नया एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। आने वाले 10 दिनों में इसकी भूमि पूजन की जाएगी। नितिन गडकरी ने कहा कि यह नया एक्सप्रेस-वे गाजियाबाद से कानपुर और कानपुर से लखनऊ तक बनाया जाएगा। पहले चरण का काम की बात करें तो कानपुर से लखनऊ तक होगा, जिसके बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
काफी इंतजार के बाद केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के साथ ही गाजियाबाद के डासना में इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया। यह इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल रूम ईस्टर्न पेरिफेरल और मेरठ एक्सप्रेसवे दोनों पर ट्रैफिक संबंधी गतिविधियों पर नजर रखेगा।
दोनों एक्सप्रेस-वे पर जापान की तकनीक से कैमरे लगाए गए हैं। अब यहां निर्धारित गति से ही वाहन दौड़ सकेंगे। नियमों का उल्लंघन करने वालों का ई-चालान काटे जाएंगे। गाजियाबाद की आबादी में संचालित औद्योगिक क्षेत्रों को ईस्टर्न पेरिफेरल के पास शिफ्ट किया जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ईस्टर्न पेरिफेरल के पास जमीन की तलाश कर रहा है।
नितिन गडकरी ने कहा कि कोविड के कारण कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में देरी हुई, लेकिन अब हम उस पर तेजी से काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और अगले पांच साल में पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य है।
अगले तीन साल में टोल से आय बढ़कर 1.40 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी गौरतलब है कि नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा था कि अगले तीन साल में एनएचएआई की टोल टैक्स आय 40,000 करोड़ रुपये सालाना से बढ़कर 1.40 लाख करोड़ रुपये सालाना हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत के बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में निवेशकों के लिए बहुत बड़ा अवसर है क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार बढ़ रहा है। इसके साथ ही हर साल ट्रैफिक भी बढ़ रहा है। गडकरी ने कहा कि वर्तमान में NHAI की वार्षिक टोल आय 40,000 करोड़ रुपये है। अगले तीन साल में यह बढ़कर 1.40 लाख करोड़ रुपये सालाना हो जाएगा।