Nehru Memorial Name Change : देश में नाम बदलने का चालान चरम पर है। कई राज्यों में पुराने नाम को बदलकर नया नाम दिया है। अब नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय का नाम बदल दिया है। इसको लेकर देश में भर में विवाद देखने को मिला था,
लेकिन अब इस पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने मुहर लगा दी है। नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय का नया नाम प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसायटी रखा गया है। यह देश के सभी प्रधानमत्रियों के लिए समर्पित होगा।
यह तीन मूर्ति भवन भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का आधिकारिक निवास हुआ करता था। बाद में इस परिसर को एक संग्रहालय में बदल दिया गया और नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय की स्थापना की गई। 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे देश के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक संग्रहालय बनाने का विचार दिया था।
प्रधानमंत्री के विचार को नेहरू मेमोरियल की कार्यकारी परिषद ने स्वीकार कर लिया। वर्ष 2022 में सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक कार्यालय बनकर तैयार हो गया और उसी वर्ष अप्रैल में इसे जनता के लिए खोल दिया गया।
नाम बदलने पर विवाद
म्यूजियम से पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का नाम हटाने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था, “उनका एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को नकारना, विकृत करना, बदनाम करना और नष्ट करना है।
उन्होंने ‘एन’ को मिटा दिया है और इसकी जगह ‘पी’ लगा दिया है।” बहरहाल, जवाहरलाल नेहरू की विरासत दुनिया में जीवित रहेगी और वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।”