डेस्क : अगर आप भी ट्रेन से आना जाना पसंद करते हैं और ज्यादातर ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए आवश्यक है क्योंकि टिकट बुक कराने के लिए भारतीय रेलवे की तरफ से नए नियम लाए गए हैं। अगर आपको यह नए नियम नहीं मालूम है तो आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आप ट्रेन में टिकट बुक कर रहे हैं और उसमें लंबी वेटिंग लिस्ट है तो आपको कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा। हर टिकट बुक होने पर आपको एक चीज दिमाग में रखनी होगी कि आपकी ट्रेन में मैक्सिमम वेटिंग लिस्ट लिमिट तय की गई है। इस लिमिट के खत्म होने के बाद अगर आप टिकट को बुक करते हैं तो आपके अकाउंट से रुपए काटे जाएंगे साथ ही आपको टिकट भी नहीं मिलेगा।
अगर आपके अकाउंट से पैसे कट गए हैं तो उसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि रेलवे का सॉफ्टवेयर ऑटोमेटिक है जिसके तहत 3 से 5 वर्किंग डे के भीतर पैसा अकाउंट में खुद का खुद वापस आ जाता है इसके लिए कोई अलग से पूछताछ करने की जरूरत नहीं है और ना ही किसी तरह का फॉर्म भरने की जरूरत है। आपको बता दें कि कोरोना महामारी के चलते भारतीय रेलवे कम ट्रेनों का परिचालन कर रहा है जिसके तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कम से कम करोना के मामले सामने आए और ट्रेनें भी कम चलाई जाए। ऐसे में कम ट्रेनों के चलने की वजह से वेटिंग लिस्ट बढ़ रही है। लॉकडाउन के वक्त सारी रेलगाड़ियां बंद थी लेकिन स्पेशल रेलगाड़ी चलाई गई थी।
इस वजह से जल्द से जल्द दूसरे राज्य के लोग अपने गंतव्य राज्य तक पहुंच सके। ऐसे में पैसों के लिए टिकट कैंसिल कराने के नियमों में भी छूट दी गई थी कई लोगों के इस वक्त टिकट के पैसे वापस आ गए हैं लेकिन कई लोगों के पैसे नहीं आए हैं। अगर आपने टिकट 21 मार्च 2020 से 30 जुलाई 2020 तक रिजर्वेशन करा रखा था और टिकट कैंसिल कराने के बाद रुपए वापस नहीं आए हैं तो आप अभी टिकट के रुपए 9 महीने तक ले सकते हैं अगर 9 महीने से ऊपर हो गया है तो पैसे निकलवाने में परेशानी आएगी।