जानें आखिर कैसे इस तरीके से बिना प्रेग्नेंट हुए औरतें देंगी बच्चे को जन्म


जब भी बच्चे के जन्म की बात आती है तो दिमाग में एक गर्भवती महिला का विचार आता है। लेकिन साइंस इतनी आगे निकल गयी है कि अब बिना प्रेग्नेंसी के बच्चे का जन्म होगा। ये पढ़ने के बाद आपको थोड़ा अजीब लग सकता है। लेकिन, ये खबर उन महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी, जिनका यूट्रस कैंसर या फिर किसी दूसरी गंभीर बीमारी की वजह से निकालना पड़ा है।

एक्टोलाइफ नाम की एक कंपनी ने दावा किया है कि वह एक ऐसी तकनीक पर काम कर रही है जिसमें आर्टिफिशियल कोख से बच्चे पैदा किए जाएंगे। कंपनी ने इसका वीडियो जारी किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस ऑर्टिफिशियल कोख से हर साल करीब 30 हजार बच्चे पैदा होंगे। ये सभी बच्चे हाई क्वालिटी के होंगे।

बच्चे के जीन में भी करवा सकते हैं बदलाव : कंपनी का कहना है कि बहुत जल्द ये दावा सच साबित होगा। बच्चों का जन्म मां के गर्भ के बजाए एक बेबी पॉड में होगा। इतना ही नहीं दंपति अपने हिसाब से बच्चों में खासियत डेवलप करा सकते हैं। माता पिता अपने अनुसार बच्चे का रंग, उसके फेस की बनावट और उसमें अपने ही अनुसार आदतों को भी ऐड करा सकेंगे. इतना ही नहीं माता-पिता चाहें तो बच्चे के जीन में बदलाव भी करा सकते हैं। एक्टोलाइफ के साइंटिस्ट और इस पूरे कॉन्सेप्ट की शुरुआत करने वाले बायोटेक्नोलॉजिस्ट और साइंस कम्यूनिकेटर हासिम अल घायली ने फेसबुक पर एक वीडियो जारी किया है। वीडियो में आर्टिफिशियल गर्भाशय यानी बेबी पॉड के जरिये बच्चे के जन्म के बारे में दिखाया गया। कंपनी के पास बेबी पॉड से लैस करीब 75 लैब हैं और हर लैब में करीब 400 ग्रोथ पॉड्स मौजूद हैं।


कैसे काम करेगी आर्टिफिशिल कोख? इस तकनीक में सबसे पहले मशीन में पुरुष के स्पर्म और महिला के एग को मिलाया जायेगा। इसके बाद बेबी पॉड मां की कोख की तरह अपना काम करना शुरु करेगी। इन बर्थ पॉड्स में आर्टिफिशिल अंब्लिकल कॉर्ड होगी। जो ऑक्सीजन और पोषक तत्व बच्चे तक पहुंचाएगी। ये पॉड्स आर्टिफिशियल अमनियोटिक लिक्विड से भरे होंगे। जिसमें जरुरत के हिसाब से हॉर्मोन्स डाले गए होंगे। और जेनेटिक बदलाव किया जायेगा। इन पॉड्स को बायो रिएक्टर से चलाया जाएगा। जिस तरह एक महिला के गर्भ में फ्लूइड होता है, उसी तरह आर्टिफिशियल गर्भ में भी ‘एम्‍निओटिक फ्लूइड’ डाला जाता है।