जानिये अतिउत्साह में पूर्व पीएम राजीव गांधी के पुण्यतिथि के दिन जयंती मानने बाले कांग्रेस नेता ने क्या कहा

डेस्क : कांग्रेस पार्टी के पूर्व नेता एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की 21 मई 2021 को 30वीं पुण्यतिथि थी। पुण्यतिथि का आयोजन कांग्रेस के नेताओं द्वारा किया गया था जहां पर कई नेताओं ने राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी। राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी ने उनको ट्विटर के जरिए श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि ” सत्य। करुणा और प्रगति ” इसके साथ उन्होंने राजीव गांधी की एक तस्वीर भी पोस्ट की थी। इसके साथ एक हैशटैग भी दिया था #rememberingrajivgandhi यानी की राजीव गांधी की याद में।

राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी अपने पिता को ट्विटर के जरिए श्रद्धांजलि दी और लिखा की प्रेम से बड़ी कोई शक्ति नहीं है और दया से बड़ा कोई साहस नहीं है, करुणा से बड़ी कोई शक्ति नहीं और विनम्रता से बड़ा कोई गुरु नहीं है। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी दक्षिण भारत के तमिलनाडु में श्रीपरंबदूर में चुनावी सभा करने गए थे, तभी वहां पर एक आत्मघाती महिला ने अपने हमलावर विस्फोटक के जरिए राजीव गांधी की हत्या कर दी थी। राजीव गांधी के साथ 14 अन्य व्यक्तियों की भी मौके पर मौत हो गई थी। बता दें कि यह एक ऐसा मामला था जिसमें पहली बार किसी बड़े नेता की मौत हो गई थी।

राजीव गांधी की श्रद्धांजलि में हरिद्वार ग्रामीण के कांग्रेस जिलाअध्यक्ष धर्मपाल ने उनकी जयंती मनाई और लड्डू बांटकर सबको बधाई दी। उन्होंने इसके बाद एक लंबा चौड़ा भाषण दिया बता दें कि लड्डू बांटते हुए जिला अध्यक्ष का वीडियो इंटरनेट पर भी डाल दिया गया। जब इस मामले की पूरी जांच पड़ताल की गई तो प्रदेश के कई कांग्रेस नेताओं से इस पर सवाल पूछा गया। सभी ने इस कार्यक्रम की जानकारी देने से इनकार कर दिया। जिला अध्यक्ष धर्मपाल ने भी अपनी गलती को स्वीकारा है बता दें कि राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर कई जगह उनको श्रद्धांजलि आयोजन समारोह होता है, ऐसे में हरिद्वार के ग्रामीण जिला अध्यक्ष धर्मपाल ने भी कुछ इसी तरह का कार्यक्रम आयोजित किया था लेकिन वह इतने उत्साहित हो गए कि उन्होंने पुण्यतिथि को जयंती समझ कर लड्डू बटवा दिया।

उन्होंने पुण्यतिथि के बजाय जयंती समझकर उनकी तस्वीर पर पुष्प फूल माला चढ़ाए और अनेकों बातें अपने लंबे भाषण में कह डाली और फिर उन्होंने सबको लड्डू बांटे। जब इस कार्यक्रम का प्रेस रिलीज हुआ तो पुण्यतिथि को जयंती बताया गया। जिसके बाद यह मामला कांग्रेस तक ही नहीं बल्कि अन्य पार्टियों तक चला गया। फिलहाल वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने इस बात की कोई पुष्टि नहीं की है और उन्होंने कहा है कि उनको इस तरह की जानकारी नहीं है। ऐसे में जब पूर्ण रूप से इस बात पर स्पष्टता मिल जाएगी तो कुछ कहा जा सकेगा। वहीं धर्मपाल का कहना है कि यह लड्डू बच्चों को बांटे दिए गए थे लेकिन मेरी गलती हुई है उसके लिए मैं माफी मांगता हूं और आगे से इस बात का ध्यान रखूंगा।