खदान की खुदाई करने वाला मजदूर बना मालामाल, मिला 50 लाख रुपये का हीरा

डेस्क : कोरोना वायरस के कारण हुए इतने लंबे लॉकडाउन में अगर सबसे ज्यादा कोई परेशान है तो वह श्रमिक मजदूर है, इन लोगों के सारे रोजगार बंद हो गए हैं कंपनी बंद होने के कारण यह लोग बेरोजगारी के कगार पर आ गए हैं। लेकिन एक कहावत है कि ऊपर वाला जब भी देता है छप्पर फाड़ कर देता है ऐसा ही कुछ मध्यप्रदेश के मजदूरों के साथ हुआ। यह मजदूर अपनी किस्मत आजमाने के लिए उथली हीरा खदानों का सहारा लिया।

पन्ना जिला के ग्राम रानीपुर की एक निजी जमीन पर आनंदी कुशवाहा ने हीरा कार्यालय से हीरा खनन के लिए पटा लिया था। इसमें आनंदी सहित नौ लोगों ने पार्टनर होकर खुदाई शुरू की। 1 सप्ताह पूर्व 70 सेंट की रेंज (छोटा हीरा) मिला जिसके बाद उन्होंने खुदाई का काम तेज कर दिया। मंगलवार को इन्हें उज्जवल जैन क्वालिटी का 10 कैरेट 69 सेंट का हीरा मिला। इसकी अनुमानित कीमत 50लाख से अधिक है उन्होंने इसे हीरा कार्यालय में जमा करा दिया है।

सभी मजदूरों का बराबर का है हक खुदाई कर रहे 9 मजदूरों का इस पर बराबर का हक बताया जा रहा है मध्य प्रदेश विद्युत मंडल पन्ना कार्यालय में ठेके पर मीटर रीडर का काम करने वाले प्रभारी आनंद कुशवाहा ने बताया कि जब भी यह हीरा नीलाम होगा उससे जितना भी राशि मिलेगी हम सभी पार्टनर बराबर बांट लेंगे।

पहले भी हुई खुदाई नहीं मिला हीरा कुशवाहा ने बताया कि पहले भी खदान का पटा लिया लेकिन हीरा नहीं मिला। आनंदी ने बताया कि हमलोग चार-पांच वर्षों से खदान लेते रहे हैं लेकिन कभी हीरा नहीं मिला है। इस बार लॉकडाउन के कारण काम नहीं था तो सोचा कि फिर किस्मत आजमाई जाए, हीरा कार्यालय से रानीपुर क्षेत्र में 625 वर्ग फीट का पट्टा ₹200 में लिया। जैसे ही लॉकडाउन हटा,हमने खुदाई शुरू कर दी। आपको बता दें कि निजी जमीन पर हीरा खनन कि खुदाई का पटा लिया जाता है और इससे उथली खदान कहा जाता है।