कौन हैं उदय कोटक? पत्नी की सलाह पर खोली Kotak Mahindra Bank, आज हैं 3.5 लाख करोड़ के मालिक

Uday Kotak Success Story : कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के एमडी और सीईओ उदय कोटक ने इस्तीफा दे दिया है. महज 26 साल की उम्र से ही उदय कोटक में सन 1985 से अपने करियर की शुरुआत की और 38 साल पूरे होने के बाद अपने करियर से विराम दे दिया है.

महिंद्रा कोटक बैंक की शुरुआत केवल तेरा बैंक कर्मचारियों के साथ 38 साल पहले 300 स्क्वायर फीट की एक ऑफिस से शुरू की गई थी. लेकिन आज भारत की प्राइवेट सेक्टर बैंक की तीसरी सबसे बड़ी संस्था बन चुकी है. हालांकि बताया जा रहा है कि उन्हें दिसंबर 2023 में अपने पद से इस्तीफा देना था. लेकिन उन्होंने फैसला लिया और अपने पद से सितंबर 3 को ही इस्तीफा दे दिया है.

परिवार का भी था बिजनेस लेकिन नहीं संभाली कमान

मुंबई के एक व्यापारी परिवार में जन्मे उदय कोटक का पूरा परिवार कॉटन ट्रेडिंक का काम करता था. यही वजह था कि उन्हें शुरुआती के दिनों में अपने परिवार के साथ बिजनेस में हाथ बटाना पड़ा लेकिन वहां पर उनका मन नहीं लगा.

अंत में उन्होंने बा की पढ़ाई करते समय ही खुद का बिजनेस शुरू करने का प्लान कर मात्र 60 लाख रुपए की रकम से 1985 में एक स्मॉल फाइनेंस बैंक की शुरुआत की. जिसका नाम उन्होंने कोटक कैपिटल मैनेजमेंट फाइनेंस लिमिटेड रखा लेकिन आज लोग इसी कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के नाम से जानने लगे हैं.

वक्त के साथ-साथ बढ़ता गया बिजनेस

महिंद्रा ग्रुप के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने जब उदय कोटक के स्मॉल से फाइनेंस बिजनेस में इन्वेस्ट किया तो उन्होंने इसका नाम बदलकर कोटक महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड रख दिया. इसके बाद यह व्यापार धीरे-धीरे बैंकिंग सिस्टम, इंश्योरेंस, म्युचुअल फंड, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग सिस्टम में बढ़ता गया.

हालांकि उन्होंने साल 2000 में पेन अफ्रीकन इन्वेस्टमेंट से टाइप किया और लाइफ इंश्योरेंस बिजनेस का काम भारत में शुरू कर दिया. इसके बाद साल 2003 में उदय कोटक की जिंदगी में बड़ा बदलाव आया. और यह कंपनी इंडियन कॉरपोरेट वर्ल्ड के इतिहास में आरबीआई से बैंकिंग लाइसेंस पाने वाली देश की पहली कंपनी बन गई.