भारत को 2007 T-20 विश्व कप जीताने वाले जोगिंदर शर्मा ने लिया सन्यास, अब कर रहे है देश की सेवा..
Joginder Sharma: भारत टीम ने 2007 का T20 वर्ल्ड कप जीत का इतिहास रच दिया था। भारतीय टीम की एक बड़ी उपलब्धि थी इस जीत में पूरे टीम की अहम भूमिका रही लेकिन गेंदबाज जोगिंदर शर्मा ने एक अहम किरदार निभाया जोगिंदर शर्मा लास्ट ओवर में गेंद फेंक रहे थे और इन्होंने खेल का रुख ही बदल दिया। 2007 T20 वर्ल्ड कप के हीरो जोगिंदर शर्मा ने क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी है इस बात की जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दिया है।
जोगिंदर वर्तमान में हरियाणा पुलिस में डीएसपी के पद पर तैनात हैं। उन्होंने बीसीसीआई सचिव जय शाह को एक पत्र भेजकर संन्यास की घोषणा की और अपना पत्र ट्विटर पर साझा किया। उन्होंने ट्विटर पोस्ट के कैप्शन में लिखा, ‘क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया है। जोगिंदर शर्मा ने क्रिकेट एसोसिएशन, चेन्नई सुपर किंग्स और हरियाणा सरकार का भी शुक्रिया अदा किया है।
जब जोगिंदर शर्मा ने बदला गेम : 24 सितंबर 2007 को भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महान उपलब्धि के रूप में याद किया जाएगा। जब टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत का सामना चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से था। महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में भारतीय टीम टी20 विश्व कप के पहले संस्करण की चैंपियन बनने की ओर बढ़ रही थी।
मैच के आखिरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे। कप्तान एमएस धोनी ने अनुभवहीन गेंदबाज जोगिंदर शर्मा पर भरोसा जताते हुए गेंद थमाई। मिस्बाह उल हक क्रीज पर मौजूद थे। उनकी गेंदबाजी अब तक बेहद साधारण रही है। खैर, जोगिंदर ने पहली गेंद वाइड फेंकी। फिर मिस्बाह वाइड की जगह फेंकी गई पहली गेंद पर रन नहीं बना सके। इसके बाद जोगिंदर की दूसरी गेंद पर मिस्बाह ने छक्का लगाकर पाकिस्तान की उम्मीदें जगा दी। भारतीय प्रशंसक निराश थे। लेकिन, किसे पता था कि अगले ही पल क्रिकेट में एक नया अध्याय लिखा जाएगा जिसे अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है।
ओवर की चौथी गेंद जोगिंदर शर्मा ने फेंकी। मिस्बाह ने स्कूप शॉट खेला और गेंद को फाइन लेग की ओर हिट किया। एक पल के लिए सभी की सांसें अटक गईं कि कहीं छक्का न लग जाए, लेकिन श्रीसंत ने गेंद पकड़ी और भारत ने 5 रन से मैच जीतकर टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया।