Indian Railway Rules मिडिल बर्थ सीट पर सफर करने से पहले जान लें ये जरूरी बात, नहीं तो भरना पड़ेगा भारी जुर्माना

Indian Railway Rules : ट्रेन को भारत में लाइफ लाइन भी कहा जाता है। देश की आधी से ज्यादा आबादी ट्रेन से सफर करना पसंद करती है। यात्रा से महीनों पहले टिकट बुक कराना होता है, ताकि सीट पक्की हो जाए। टिकट बुक करते समय सीट के विकल्प दिए गए हैं। लोग लोअर या अपर बर्थ लेना पसंद करते हैं। लोगों को मिडिल बर्थ में कोई दिलचस्पी नहीं है। अब इसके पीछे रेलवे का एक ऐसा नियम है जिसके चलते लोग इस सीट को लेना बिल्कुल भी पसंद नहीं करते हैं।

मिडिल बर्थ इसलिए नहीं लेना चाहते लोग मिडिल वाली बर्थ पर तय समय से पहले और बाद में आप चाहकर भी न तो सो सकते हैं और न ही बैठ सकते हैं। क्योंकि भारतीय रेलवे के नियमों के मुताबिक मिडिल बर्थ वाला यात्री रात 10:00 बजे से पहले और सुबह 6:00 बजे के बाद अपनी बर्थ पर नहीं सो सकता है। वह रात 10:00 बजे के बाद और सुबह 6:00 बजे तक ही अपनी सीट पर सो सकते हैं। ऐसे में अगर यात्री दिन में थका हुआ है और सोना चाहता है तो भी उसे रात 10 बजे तक ट्रेन में बैठकर काम करना पड़ता है। वहीं अगर वह रेलवे के इस नियम का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ रेलवे की ओर से कार्रवाई भी की जा सकती है।

टीटीई इस समय नहीं चेक कर सकता टिकट वहीं अब टिकट चेकिंग के नियम की बात करें तो क्या आप जानते हैं कि जिसे आप टीटीई कहते हैं वह दिन के समय ही आपका टिकट चेक कर सकता है। वह आपको टिकट चेकिंग के नाम पर रात 10:00 बजे के बाद परेशान नहीं कर सकता है। एक टीटीई आपके टिकट की जांच केवल सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे के बीच कर सकता है। वहीं अगर टीटीई इस नियम का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा सकती है।