Indian Army ने किया कमाल – अब 19 हजार फीट ऊंची सियाचिन ग्लेशियर भी चलेगा Fast इंटरनेट..

डेस्क : भारतीय सेना देश की रक्षा करती है, तब जाकर हम अपने घर में चैन की नींद सो पाते हैं। यही भारतीय सेना सियाचिन ग्लेशियर जैसे ठंडे स्थान पर रहकर हमारी रक्षा करते हैं। इसी बीच 19,061 फीट ऊंचे सियाचिन ग्लेशियर से एक अच्छी खबर सामने आ रही है।दरअसल बीते 18 सितंबर को भारतीय सेना ने विश्व के सबसे ऊंचे युद्ध स्थल सियाचिन ग्लेशियर के ऊपर सेटेलाइट ब्रॉडबैंड से चलने वाली इंटरनेट सेवा सक्रिय कर दी है।

यह एक बड़ी उपलब्धि है। इस बात की जानकारी फायर एंड फ्यूरी फोर्स नेटवर्क के माध्यम से दी है। बता दें कि फायर एंड फ्री फोर्स इंडियन आर्मी की उत्तरी कमान का एक हिस्सा है। यह फोर्स संवेदनशील इलाकों की निगरानी करता है। सेटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस सियाचिन ग्लेशियर जैसे ऊंचे स्थान पर भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड की ओर से लगाई गई है। बता दें कि भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड सरकार का एक उपक्रम है। यह नेटवर्क भारतनेट प्रोजेक्ट का भी हिस्सा है। इसके तहत पूरे देश में ढाई लाख पंचायतों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है।

सियाचिन ग्लेशियर के बारे में : बता दें कि सियाचिन ग्लेशियर 20000 फीट ऊंचा है। इस स्थान को सबसे ठंडी जगह के रूप में जाना जाता है। इस ग्लेशियर को सबसे ऊंचा सीमा कहा गया है, जो भारतीय सेनाओं के घेरे में है। सियाचिन में तैनात सैनिकों के सामने कई समस्याएं बनी रहती है। इसमें हिमस्खलन से लेकर भूस्खलन तक शामिल है। बता दें कि सियाचिन ग्लेशियर 1984 में हुए ऑपरेशन मेघदूत के बाद भारत के राजनीतिक नियंत्रण में आया। इस ग्लेशियर की रक्षा हनुमंथप्पा जैसे वीर सैनिकों ने की है। अभी भी सियाचिन में तैनात हजारों सैनिक अपने देश की रक्षा में लगे हुए हैं।