भुखमरी के पैमाने पर पाकिस्तान से भी पिछड़ा भारत

नई दिल्ली:तमाम प्रयासों के बावजूद दुनिया में भूख (hunger) आज भी बड़ी समस्या बनी हुई है. भारत जैसे विकासशील देशों में ये समस्या और बढ़ती जा रही है. दुनिया के भूख सूचकांक (Glober Hunger Index) की मानें तो भारत में भुखमरी की समस्या और तेजी से बढ़ी है. यहां तक कि भारत इस इंडेक्स में पाकिस्तान (Pakistan) से भी पिछड़ गया है. ग्लोबल हंगर इंडेक्स में जहां पाकिस्तान का नंबर 94 है, वहीं भारत इस इंडेक्स में 102वें नंबर पर है. दूसरे एशियाई देश भी भारत से बेहतर स्थिति में हैं.

ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 117 देशों की रैंक बनाई गई है. इनमें से 47 देशों में भुखमरी की स्थिति काफी गंभीर है. यहां पर कई इलाकों में हालात बहुत बुरे हैं. 117 देशों की लिस्ट में भारत की स्थिति 102वें नंबर की है. यूं तो उसने अपनी स्थिति में एक स्थान का सुधार किया है, लेकिन भारत का इस क्षेत्र में प्रदर्शन अच्छी नहीं रहा है. बड़ी संख्या में बच्चों में कुपोषण है.

पाक से पीछे हुआ भारत

2015 में भारत की ग्लोबल हंगर इंडेक्स (जीएचआई) रैंकिंग 93 थी। उस साल दक्षिण एशिया में केवल पाकिस्तान ही ऐसा देश था जो इस इंडेक्स में भारत से नीचे आया था। वह इस साल भारत से आगे निकलकर 94वां स्थान हासिल किया है।

नेपाल ने की अच्छी प्रगति

आंकड़ों के मुताबिक, भारत के कारण जीएचआई में दक्षिण एशिया की स्थिति अफ्रिका के उप-सहारा क्षेत्र से भी बदतर हो गई। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2000 के बाद से नेपाल ने इस मामले में सबसे अधिक सुधार किया है।

2015 से अब तक भारत की स्थिति

बता दें कि भारत साल 2015 में 93वें, 2016 में 97वें, 2017 में 100वें और साल 2018 में 103वें स्थान पर रहा था। जीएचआई पर पेश एक रिपोर्ट कहती है कि भारत में 6 से 23 महीनों के सिर्फ 9.6% बच्चों को ही न्यूनतम स्वीकृत भोजन उपलब्ध हो पाता है।

Reference Source- News 18,Outlook

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