Smart Shoe System: आप चलेंगे तो जूतों से होगा आपका मोबाइल चार्ज, जानें- कैसे काम करेगा तकनीक….

Smart Shoe System : आप चलते हैं और आपके जूते बिजली पैदा (Smart Shoe System ) करते हैं। इस बिजली से आप मोबाइल फोन, जीपीएस ट्रैकर या कैमरा आदि सब कुछ चार्ज कर सकते हैं। कक्षा 9 के छात्र सौविक सेठ ने ऐसे जूते बनाए हैं। हुगली के चंदन नगर के बारासात देपाड़ा के रहने वाले सौविक पहले भी विज्ञान से जुड़े कई अवॉर्ड जीत चुके हैं। इस छोटे से बच्चे को यकीन है कि उसका इनोवेशन फुटवियर की दुनिया में क्रांति ला देगा। छोटे बच्चों के माता-पिता के साथ-साथ उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा, जो पहाड़ों पर चढ़ते हैं या नियमित रूप से घंटों टहलते हैं।

कनाईलाल स्कूल सौविक में अंग्रेजी विभाग के छात्रों ने दावा किया है कि अगर आप उनके बनाए जूते पहनकर एक किलोमीटर चलेंगे तो 2000 एमएएच की बैटरी आसानी से चार्ज हो जाएगी।

  • कबाड़ से बने जूतों की हैरतअंगेज विशेषताएं
  • दिलचस्प है कैसे सौविक ने बनाया ये शू सिस्टम! सौविक ने बताया, ‘ये स्मार्ट सूट मैंने बेकार की चीजों से बनाया है। जीपीएस वाले ये जूते बच्चों के लिए काफी सुविधाजनक हैं। एक नजर में देखिए ये जूते कितने असरदार हो सकते हैं।
  • छोटा बच्चा खो जाए तो पल भर में मिल जाएगा।
  • परिवार के सदस्य देख सकेंगे कि उनका बच्चा किस लोकेशन पर है।
    इन जूतों में एक स्पाई कैमरा भी है। इससे यह भी देखा जा सकता है कि बच्चे के आसपास कोई संदिग्ध व्यक्ति तो नहीं है।
    किसी संदिग्ध को पता भी नहीं चलेगा कि बच्चे के जूते में स्पाई कैमरा लगा हुआ है.
    पर्वतारोहियों के लिए ये जूते गैजेट चार्ज करने के लिए बहुत उपयोगी होते हैं।

क्या सौविक के लिए आगे आएगी कोई संस्था? सौविक ने यह भी कहा कि वह अब आईटीआई की पढ़ाई करना चाहता है और अगर कोई बड़ी कंपनी उसके काम पर गौर करेगी, तभी उसकी मेहनत सफल होगी। सौविक की मां सोमा सेठ ने कहा, ‘सौविक जब पांचवीं क्लास में पढ़ता था, तब से अपने अंकल को चाइनीज लाइट्स पर काम करते देखा करता था। इससे पहले उन्होंने कबाड़ से साइकिल की घंटी बनाई थी।

फिर स्पाई कैमरे से स्पाई सूट बनाया, जिसे बनाने में काफी खर्च आता है। चूंकि, सौविक के पिता स्वरूप सेठ एक जूट मिल में कारीगर हैं, इसलिए इतना पैसा जुटाना संभव नहीं है। सोमा ने कहा, ‘बेहतर होगा कि कोई संस्था या कंपनी सहयोग के लिए आए और सौविक के काम को एक मंच मिले। हम अपने बेटे को बेहतरीन शिक्षा देना चाहते हैं ताकि उसकी काबिलियत निखर सके।