अगर आप भी एसबीआई के ग्राहक हैं तो हमारे यह रिपोर्ट आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी। दरअसल, केंद्र सरकार ने निराकरण को लेकर किसान क्रेडिट कार्ड योजना शुरू कर दी है। किसानों को कृषि के लिए उन्नत किस्म के संसाधन प्रदान करने के लिए इस योजना को अहम माना जा रहा है।
भारत में जिन किसानों की फसल खराब हो जाती है या जो किसान कृषि के लिए आर्थिक रूप से संसाधन नहीं जुटा पाते वह किसान क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर कृषि के लिए अपनी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। किसान क्रेडिट कार्ड किसानों को बहुत कम ब्याज दर पर लोन प्रदान करता है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा 1979 में किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की गई थी जिसका उद्देश्य पूरी तरह से ग्राहकों को मदद प्रदान करना है क्योंकि हम सभी जानते हैं फसल खराब हो जाने के बाद किसानों को वित्तीय आवश्यकता होती है। इसी आवश्यकता को देखते हुए सरकार ने किसानों को लोन देने के लिए इस योजना की शुरुआत की। इस योजना से किसानोंआर्थिक मदद प्राप्त होती है।
3 से 4 % की ब्याज दर पर मिलता है लोन : किसान क्रेडिट योजना के द्वारा किसानों को 3 से 4 फ़ीसदी की ब्याज दर पर लोन दिया जाता है। इस योजना को रेगुलेट करने का काम केंद्र सरकार करती है। किसानों को लोन मिलने में कोई समस्या ना हो इसके लिए सरकार एक कमेटी बनाती है। इस योजना के तहत मात्र 7 सप्ताह के अंदर किसानों को लोन मिलना शुरू हो जाता है। इसके साथ ही उनकी हर जरूरत को भी ध्यान में रखा जाता है