डेस्क : देश में इन दिनों पेट्रोल-डीजल व खाद पदार्थों के दामों में लगातार बढ़ोतरी के कारण पहले से ही आम लोगो को कमर टूटी हुई है। ऊपर से घर बनाने वाली सामग्री में दाम बढ़ोतरी के कारण आम लोगों की मुसीबतें और खड़ी हो गई। आपको बता दे की सीमेंट, स्टील समेत निर्माण सामग्रियों में मूल्यवृद्धि के कारण निर्माण उद्योग में उथल पुथल की स्थिति बनी है।
कोविड काल में निर्माण उद्योग पहले से ही संकट के दौर से गुजर रहा था। अब निर्माण सामग्री मसलन सीमेंट, स्टील, लोहा, स्टोन चिप्स के मूल्य में 30 से 100 फीसदी की अप्रत्याशित वृद्धि से संवेदक निर्माणाधीन प्रोजेक्ट को पूर्ण करने की स्थिति में नहीं हैं। निर्माण सामग्री की दरों में बेतहाशा वृद्धि से कई प्रोजेक्ट की रफ्तार काफी धीमी हो चुकी है। कच्चे माल की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि से निर्माणाधीन प्रोजेक्ट की लागत बढ़ गई हैं। जिस कारण निर्माणाधीन प्रोजेक्ट बाधित हो रहे हैं।
अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च 2021 की तुलना में अप्रैल 2022 में बिल्डिंग मैटेरियल की दरों में काफी वृद्धि हुई है। वर्तमान में सीमेंट की कीमत में 76 फीसदी, छड़ में 72 फीसदी, ईंट में 50 फीसदी, गिट्टी में 63 फीसदी, कांच में 103 फीसदी की बढोत्तरी दर्ज की गई है। यदि पिछले छह महीने के आंकड़ों पर गौर करें तो वायर केबल्स में 50 फीसदी, टाइल्स में 33 फीसदी, एल्यूमिनियम में 80 फीसदी तथा कापर में 58 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।