ट्रेन की टिकट से कैसे पता चलता कहा बैठना है ? क्या होता है H-1 का मतलब, जानें यहां

डेस्क : भारतीय रेलवे में कई सारे अलग अलग कोड होते हैं, जिनके बारे में जानकारी होना जरूरी है। आपकी रेलवे टिकट पर भी कई सारे कोड लिखे होते हैं, जिससे आपकी यात्रा की जानकारी मिलती है। जैसे कि स्लिपर क्लास के लिए SL लिखा जाता है। थर्ड एसी के लिए B 1 आदि। इसी प्रकार टिकट पर H 1 भी लिखा होता है। आइए जानते हैं इसका मतलब –

ट्रेन की टिकट पर लिखे H 1 का मतलब एसी फर्स्ट क्लास के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जिस तरह से थर्ड एसी के लिए B, चेयर कार के लिए CC का उपयोग किया जाता है, ऐसे ही फर्स्ट एसी के लिए H का प्रयोग किया जाता है।

आपको बता दें कि फर्स्ट एसी में क्यूब या केबिन बने होते हैं। जहां यात्री को दो या चार के लिए केबिन एलॉट किया जाता है। अगर आपने दो सीट बुक किया है तो आपको केबिन एलॉट किया जाता है। इसमें A,B,C,D के आधार पर सीट तय होती है।

फर्स्ट एसी की कुछ विशेष सुविधाएं होती है। इसकी एक खास बात यह भी होती है कि इसमें साइड वाली सीट नहीं होती है, जो कि अन्य कोच में होती है। अलग अलग केबिन बने होते हैं और इनमें स्लाइडिंग वाला दरवाज़ा लगा होता है। एक केबिन में दो सीट होते हैं। कुछ चार सीट चार सीट वाले केबिन भी होते हैं।

आपको बता दें कि फर्स्ट एसी की पहचान इसकी प्राइवेसी और स्पेस के कारण होती है। यदि दो लोग हैं और यात्रा कर रहे हैं तो आप इस केबिन का इस्तेमाल एक रूम की तरह कर सकते हैं। इसके गेट को अंदर से भी बंद कर सकते है।