Holika Dahan Mistakes : होलिका दहन के दिन भूलकर भी ना करें ये काम, हो सकता है नुकसान

पूरे देश में 17 मार्च गुरुवार यानि आज होलिका दहन मनाया जाएगा। शाम को होली पूजा के बाद होलिका दहन होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होलिका दहन से हमारे जीवन की सभी नकारात्मक शक्तियों का अंत हो जाता है। हालांकि, इससे संबंधित कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। होलिका दहन के अवसर पर कुछ कार्यों की मनाही होती है, जबकि अन्य की सिफारिश की जाती है। आइए जानते हैं होलिका दहन पर क्या करें और क्या न करें।

क्या करे

  1. शाम को होलिका पूजा के दौरान उपस्थित होना चाहिए।
  2. होलिका दहन के समय कुछ गेहूं, मटर और अलसी को आग में डाल दें। गेहूं की बालियों को आग में भूनकर खाना सेहत के लिए अच्छा होता है।
  3. होलिका दहन से पहले, परिवार के सदस्यों को कुछ उबटन लगाना चाहिए, जिसके अवशेषों को होलिका की आग में फेंक देना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से नकारात्मकता दूर होती है और व्यक्ति स्वस्थ रहता है।
  4. होलिका पूजा के समय व्यक्ति को अपना मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर करके रहना चाहिए।होलिका पूजा में शामिल होकर आप जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ा सकते हैं।
  5. ज्योतिषीय रूप से, होली के दौरान ब्रह्मांड अपने सबसे अधिक सक्रिय होता है। इसलिए, किसी के जन्म कुंडली के आठवें घर पर शासन करने वाले ग्रह से जुड़े अनुष्ठान करना समझदारी है। अपनी राशि से संबंधित वस्तुओं का दान करें।

क्या ना करे

  1. अपना सिर खुला न रखें। इसके चारों ओर कुछ पहनना या लपेटना।
  2. होलिका दहन के दिन सड़क पर पड़ी किसी वस्तुओं को ना छुए,ना लंघन करे क्योंकि इस दिन कई तांत्रिक अनैतिक कार्य करते हैं।
  3. होलिका दहन के दिन मांसहारी भोजन और शराब का बिलकुल सेवन न करें।
  4. इस दिन काले या नीले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। उन्हें नकारात्मकता का प्रतीक मानें।
  5. जिनके एक ही संतान है उन्हें होलिका दहन के लिए आग नहीं जलानी चाहिए।
  6. जिनका विवाह एक वर्ष के भीतर हो गया है उन्हें होलिका दहन की अग्नि नहीं देखनी चाहिए। कहा जाता है कि फाल्गुन पूर्णिमा पर होलिका अपने प्रेमी से शादी करने वाली थी, लेकिन शादी से पहले ही उसकी मौत हो गई। इस वजह से नवविवाहित जोड़ों को इस रस्म में शामिल होने की मनाही है।