डेस्क: देश में वायु प्रदूषण को खत्म करने के लिए लगातार केंद्र सरकार द्वारा नए नए प्रयास किए जा रहे हैं, इसी बीच केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक बड़ी घोषणा की है, इस घोषणा के बाद अब देश में वायु प्रदूषण पर लगाम लग सकती है। नितिन गडकरी ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाले वाहन का उपयोग शुरू करेंगे, उन्होंने कहा की जापान की टोयोटा कंपनी ने मुझे एक वाहन दिया है, जो ग्रीन हाइड्रोजन से चलता है, मैं इसे खुद पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस्तेमाल करूंगा।
आगे उन्होंने कहा कि इंडियन ऑयल ने फरीदाबाद से इस वाहन के लिए ग्रीन हाइड्रोजन की आपूर्ति का आश्वासन दिया है, अगले 15 दिनों तक मैं दिल्ली में नहीं रह पाऊंगा, क्योंकि मैं उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का दौरा करूंगा, एक बार जब मैं दिल्ली वापस आऊंगा, तो मैं इसका उपयोग करना शुरू कर दूंगा, गडकरी ने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है।
आपको बता दें कि ग्रीन हाइड्रोजन अक्षय ऊर्जा (जैसे सौर, पवन) का उपयोग करके जल के इलेक्ट्रोलिसिस द्वारा निर्मित होता है और इसमें कार्बन फुटप्रिंट कम होता है, ब्राउन हाइड्रोजन का उत्पादन कोयले का उपयोग करके किया जाता है जहाँ उत्सर्जन को वायुमंडल में निष्कासित किया जाता है, वैसे, भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल, ONGC और NTPC जैसी भारत की बड़ी कंपनियों ने इस दिशा में काम करना शुरू दिया है।
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की मानें तो सरकार ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाले सार्वजनिक परिवहन चलाने की योजना बना रही है, उनका कहना है कि कार, बस, ट्रक सब कुछ ग्रीन हाइड्रोजन से ही चले, इसके लिए नदी-नालों में गिरने वाले गंदे पानी का उपयोग किया जाए, उनसे ग्रीन हाइड्रोजन तैयार की जाए, अब वह दिन दूर नहीं जब वाहन ग्रीन हाइड्रोजन पर चलेंगे।