डेस्क : देश में इस वक्त कई बड़े स्तर और छोटे स्तर पर स्क्रैप वाले मौजूद है। इन स्क्रैप वालों के लिए अब एक अच्छी खबर है, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री Nitin Gadkari की तरफ से कहा गया है कि अब स्क्रेप पॉलिसी का फायदा हर कोई उठा सकता है। ऐसे में भारत के पास दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा स्क्रैप हैब बनने की क्षमता है।
हाल ही में मटेरियल रीसाइकलिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया का इवेंट हुआ था, इस इवेंट में नेपाल, भूटान, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका से गाड़ी मंगवा कर उनको रीसायकल करने के बिजनेस के बारे में नितिन गडकरी ने बताया। इस पूरे मीटिंग का उद्देश्य नितिन गडकरी की तरफ से यह रहा कि वह चाहते हैं ज्यादा से ज्यादा स्क्रैपर्स भारत में अपने काम को आगे बढ़ाएं और भारत सरकार द्वारा लाई गई स्क्रेपेज पॉलिसी के जरिए अपने काम को विस्तार दें। इस काम को सुचारू रूप से करने के लिए सरकार सिंगल विंडो सिस्टम तैयार करने वाली है। ऐसे में जगह-जगह पर छोटे कलेक्शन सेंटर खोले जाएंगे। इन सेण्टर पर ऑपरेशन कॉस्ट भी काफी काम आएगी, इसी के साथ साथ मल्टीपल ऑथराइज कलेक्शन सेंटर भी तैयार किया जाएगा।
इसी के साथ साथ उन्होंने अपनी बात को पूरा करते हुए कहा कि सभी सेंटर के पास जो पुराने वाहन है उनका रजिस्ट्रेशन खत्म करने के बाद गाड़ियों के मालिकों को डिपॉजिट रसीद भी जारी की जाएगी। इस रसीद के जरिए वे नया वाहन सस्ती दर पर खरीद सकते हैं। इस साल के अप्रैल महीने से यह नई पॉलिसी लागू की जा चुकी है। इस पॉलिसी के जरिए भारत की रोड पर पुराने और अनफिट गाड़ियां हटाई जाएंगी, बता दें कि इस काम से पोलूशन भी घटकर बहुत कम हो जाएगा