1 अक्टूबर से ऑनलाइन ही प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र बनाए जाएंगे।

ऑफलाइन प्रदूषण जांच केंद्रों को अब बंद करने की कार्रवाई की जाएगी जब तक प्रदूषण जांच केंद्र ऑनलाइन नहीं किए जाएंगे तब तक वैसे केंद्र को बंद रखा जाएगा वैसे सभी प्रदूषण जांच केंद्रों को बंद करने का निर्देश दिया गया है जिससे अब तक ऑनलाइन नहीं किया गया है

राज्य में कुल 376 वैद्य प्रदूषण जांच केंद्र है जिसमें 315 केंद्र को ऑनलाइन किया गया है छह सिक्सर प्रदूषण जांच केंद्र को अभी ऑफलाइन है इसमें सबसे अधिक पटना में टेस्ट प्रदूषण जांच केंद्र ऑफलाइन है

जांच केंद्रों को ऑनलाइन करने के लिए अंतिम मौका 30 सितंबर तक का दिया गया है जांच केंद्र ऑनलाइन नहीं किए जाने पर 1 अक्टूबर से बंद करने की कार्रवाई की जाएगी परिवहन सचिव संजय संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्रदूषण जांच केंद्र ऑनलाइन होने से फर्जी सर्टिफिकेट पर लगाम लगेगी

प्रदूषण वैधता समाप्त होने पर लगेगा फाइन


प्रदूषण जांच केन्द्र ऑनलाइन होने के बाद वाहन मालिक प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र बनवाएंगे। प्रमाण पत्र की निर्धारित वैधता समाप्त होने के बाद समय पर रिनुवल नहीं करवाने वाले वाहन मालिक से पेनल्टी भी वसूल करेगी। अधिकारियों ने बताया कि दो पहिया वाहन पर एक माह तक 200 व एक माह से अधिक होने पर 500 रुपए पेनल्टी राशि वसूली जाएगी। वहीं चौपहिया वाहन पर एक माह तक 500 व एक माह से अधिक पर 1000 रुपए पेनाल्टी राशि वाहन मालिक को देनी होगी। परिवहन विभाग के अनुसार सभी प्रदूषण केंद्रों को वाहन-4 एप्प से जोड़ दिया गया है।

वैद्यता की भी दी जाएगी जानकारी