Dhirubhai Ambani : महज 17 साल की उम्र में ₹500 लेकर मुंबई आए थे, जानें- कैसे खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी…

Dhirubhai Ambani: रिलायंस इंडस्ट्री का नाम आज शीर्ष पर है। कंपनी की नींव रखने वाले धीरूभाई अंबानी ने इसके लिए कड़ी मेहनत की। धीरूभाई अंबानी बड़े सपने देखने के आदी थे और उसे पूरा भी करते थे। इसका प्रमाण रिलायंस इंडस्ट्री है। पेट्रोल पंप पर काम करने वाले धीरूभाई अंबानी ने काफी संघर्ष किया है, जिसके बलबूते कंपनी आज इस मुकाम पर है। आज धीरूभाई अंबानी के अर्श से लेकर फर्श तक का सफर को जानते हैं।

गुजरात के एक छोटे से कस्बे में पैदा हुए : धीरूभाई अंबानी का जन्म 28 दिसंबर 1933 को गुजरात के एक छोटे से शहर में हुआ था। उनका पूरा नाम धीरजलाल हीराचंद अंबानी था। घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए उन्होंने हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही छोटे-मोटे काम करना शुरू कर दिया। महज 17 साल की उम्र में ये अपने भाई रमणिकलाल के पास पैसा कमाने यमन चले गए और एक पेट्रोल पंप पर काम करने लगे। उनका वेतन 300 रुपये प्रति माह था।

मात्र 500 रुपए लेकर से की थी शुरुआत : धीरूभाई हमेशा कुछ अलग करने में विश्वास रखते थे। इसलिए वे 1954 में यमन से भारत लौट आए। अपना कारोबार करने का सपना लेकर वह मायानगरी यानी मुंबई पहुंच गया। उस वक्त उनके पास महज 500 रुपए थे। हालांकि, उन्हें भारतीय बाजार की अच्छी समझ थी और उन्होंने महसूस किया कि भारत में पॉलिएस्टर की मांग सबसे ज्यादा है। वहीं, विदेशों में भारतीय मसालों की मांग काफी ज्यादा है। उन्होंने अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के बारे में सोचा। धीरू भाई ने चचेरे भाई चंपकलाल दिमनी की मदद से रिलायंस कमर्शियल कॉर्पोरेशन कंपनी बनाई। इस कंपनी के जरिए उन्होंने पश्चिमी देशों को अदरक, हल्दी और अन्य मसाले निर्यात करना शुरू किया। यहां से धीरूभाई अंबानी ने ऐसे कदम उठाए कि उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

मुकेश अंबानी ने पिता के सपनों को आगे बढ़ाया : धीरूभाई अंबानी ने रिलायंस को अपने खून-पसीने से सींच कर जरूर खड़ा किया, लेकिन इसे बड़ा बनाने में मुकेश अंबानी के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। आज रिलायंस इंडस्ट्रीज पेट्रोलियम की दुनिया में ही नहीं बल्कि डिजिटल, मोबाइल, रिटेल और ग्रीन एनर्जी में भी अपना परचम लहरा रही है। इसका श्रेय मुकेश अंबानी को जाता है। मुकेश अंबानी अपनी सूझबूझ से लगातार रिलायंस के कारोबार का विस्तार कर रहे हैं।