गर्व! दलित की बेटी बनी DSP – घर पहुंचते ही ग्रामीणों किया फुल माला से भव्य स्वागत..

डेस्क : बिहार प्राचीन काल से ही शिक्षा और संस्कृति में अव्वल रहा है। भले ही मौजूदा सरकारों ने इस विशेष मुद्दा पर कोई ध्यान नहीं दिया हो लेकिन फिर भी प्रतिभाओं की कमी नहीं है।यहां की धरती ने एक से एक हुनरबाज़ को जन्म दिया है। आज आपलोग को एक कामयाबी की खबर बताने जा रहे हैं जिसे पढ़कर आप भी कहेंगे की वाकई बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है।

जी हां.. हम आपको दिलित की बेटी रीता के कामयाबी की कहानी और उसके गांव पहुंचने पर हुए भव्य स्वागत के बारे में बताने जा रहे है। 66वीं BPSC की परीक्षा में उन्होंने 682 रैंक हासिल किया और उनका DSP पद पर चयन हुआ है। उनके गांव पहुंचने पर सेलिब्रिटी की तरह स्वागत किया गया।

DSP बनने के बाद गांव पहुंचने पर रीता के स्वागत में सभा का भी आयोजन किया गया था। सभा मे रीता ने अपने कामयाबी की कहानी बताई। उन्होंने कहा कि आज मैं इस मुकाम पर पहुंची हूं ये पापा और भैय्या की देन है। इस मुकाम पर पहुंचाने में मुझे सभी लोगों ने राह दिखाई थी।

बिहार के सीवान ज़िले की रहने वाली रीतू का डीएसपी बन कर घर लौटने पर भव्य स्वागत किया गया। ग्रामीणों ने इस तरह स्वागत किया कि खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फ़ैल गई। रीता DSP बनने के बाद पहली बार सीवान के दलित बस्ती (हसनपुरा प्रखण्ड) पहुंची तो लोगों ने ढोल बाजे के साथ उनका स्वागत किया। मालूम है कि जैसे ही स्थानीय लोगों को पता चला की रीता गांव आ रही है तो सड़क किनारे लोगों ने कतार लगाकर घंटों तक उनके आने का इंतेज़ार किया। रीता के क़दम जैसे ही सीवान की सरज़मीन पर पड़ी सभी लोगों ने फूल बरसाना शुरू कर दिया, उसके बाद उन्हें माला पहनाकर भव्य स्वागत किया।