कभी भी CoronaVirus हो सकता है खतरनाक – जानिए दुनिया भर के विशेषज्ञों की राय

कोरोना वायरस के बारे में अब तक तो शायद आपने जान ही लिया होगा, नहीं जानते हैं तो मैं आपको बता दूं करोना वायरस की शुरुआत चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ था उसके बाद दूसरे देशों में भी यह पहुंच गया, अभी तक करोना वायरस करीब 70000 लोगों को संक्रमित कर चुका है भारत में भी कुछ लोगों में कोरोना वायरस पाया गया है तो कब कोरोना वायरस अपने शिखर पर पहुंच सकता है और करोड़ों लोगों को संक्रमित कर सकता है कुछ बड़े विशेषज्ञों ने अपनी राय दी है तो वह हम आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं

सबसे पहले चीन के डॉक्टर झोंग नंशान ने 11 फरवरी को कहा था कि कोरोना वायरस फरवरी के आखिर तक अपने शिखर पर होगा। सार्स वायरस का पता लगाने वाले झोंग का कहना है कि सरकार के प्रयासों से हालात कुछ काबू में आए हैं। यात्रा पर प्रतिबंध लगाने और छुट्टियां बढ़ाने के कारण कोरोना वायरस को रोकने में कुछ हद तक कामयाबी मिली है। हालांकि कोरोना वायरस के जितने मामले प्रकाश में आए हैं उनसे कहीं ज्यादा लोग संक्रमित हैं

सांख्यिकीविद् सेबस्टियन फंक के अनुसार करोना वायरस से संक्रमित वुहान शहर में हर एक व्यक्ति औसतन 1.5 से 4.5 लोगों को संक्रमित कर रहा है। चीन के वुहान शहर में यात्रा प्रतिबंध से पहले बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो चुके थे। उनके अनुसार कोरोना जब शिखर पर पहुंचेगा तब तक संक्रमितों की संख्या करीब दस लाख तक पहुंच सकती है। जापान के महामारी विशेषज्ञ हिरोशी निशिउरा की मानें तो उन्होंने अनुमान लगाया है कि मई के आखिर तक इसका प्रकोप अपने चरम पर रहेगा। इस बिंदु पर, एक दिन में 23 लाख मामले सामने आ सकते हैं। अनुमान है कि चीन में 55 से 65 करोड़ लोग संक्रमित होंगे, जो देश की आबादी का 40 फीसद हैं। लिउंग का कहना है कि चरम पर संक्रमित लोगों की संख्या कम करना महत्वपूर्ण है। अगर हर कोई एक ही समय में बीमार हो जाता है, पूरा समाज रुक जाता है।

ऐसा देखा गया है चीन में कोरोना से पीड़ित 44,672 मरीजों में सबसे ज्यादा 80 साल के ऊपर के बुजुर्ग हैं। चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज एवं प्रिवेंशन सेंटर के अध्ययन के मुताबिक बढ़ती आयु के क्रम में लोग इसके ज्यादा शिकार हो रहे हैं। यह स्पष्ट इंगित करता है कि उम्र के साथ इंसान की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। विश्लेषण में इस्तेमाल किए गए 44,672 मामलों में 1,023 लोगों की मौत हुई जो 2.3 फीसद है। जिन लोगों को हृदय व श्वसन संबंधी रोग, हाइपरटेंशन या मधुमेह है उनमें मृत्युदर का फीसद अधिक पाया गया। साथ ही कोरोना की गिरफ्त में महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा आ रहे हैं। पुरुषों की मृत्युदर का फीसद 2.8 जबकि महिलाओं का 1.7 फीसद है।