कोरोना ने अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज चंद्रो तोमर की ली जान, कुछ ही दिन पहले पॉजिटिव हुई थी

International Shooter chandro tomar

डेस्क : देश में इन दिनों करोना हमारी आतंक मचा चुका है। हर दिन हंसता खेलता परिवार को अपनी चपेट में ले रहा है। विगत कुछ दिनों में कोरोनावायरस ने देश के कई नए चेहरों को बर्बाद कर चुका है। अभी हाल ही में खबर आ रही है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति बटोरी और राष्ट्रीय स्तर पर 50 से अधिक पदक जीतकर कामयाबी हासिल करने वाली अंतरराष्ट्रीय शूटर दादी चंद्रो तोमर का कोरोना से निधन हो गया है। हाल ही के दिनों में तोमर ने अपना कोरोना चेकअप करवाया था। जिसमें उसका रिपोर्ट पॉजिटिव आया था। बताया जा रहा है कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही थी। मेडिकल कॉलेज में आज दोपहर उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई है। घटना की सूचना उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है।

परिवार में निशानेबाजी सीखने तक की दिलचस्प कहानी है आपके बता दे की मूलरूप से शामली के गांव मखमूलपुर में शूटर दादी का जन्म एक जनवरी 1932 को हुआ। मात्र सोलह साल की उम्र में जौहड़ी के किसान भंवर सिंह से उनकी शादी हो गई। बता दें कि साल 1998 में जौहड़ी में शूटिंग रेंज की शुरुआत डॉ. राजपाल सिंह ने की। लाडली पौत्री शेफाली तोमर को निशानेबाजी सिखाने के लिए वह रोज घर से शूटिंग रेंज तक जाती थी। शेफाली शूटिंग सीखती और चंद्रो तोमर देखती रहती थी। एक दिन चंद्रो तोमर ने एयर पिस्टल शेफाली से लेकर खुद निशाना लगाया। पहला निशाना दस पर लगा। दादी की निशानेबाजी देख रहे लोगों ने तालियां बजाई। यही से शुरू हुआ चंद्रो तोमर का निशानेबाजी का सफर