राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू, जाने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कितना दिया चंदा – सबने की तारीफ

डेस्क : राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है आपको बता दें कि राम मंदिर के निर्माण कार्य के लिए राम मंदिर निधि समर्पण अभियान शुक्रवार से शुरू कर दिया गया है। इस नेक कार्य के लिए भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पाँच लाख एक हजार रूपए का दान दिया है। आपको बता दें कि जो भी राम मंदिर निर्माण के लिए दान देना चाहते हैं, उनको टैक्स में छूट देने की बात सरकार ने कही है। अगर आप भी राम मंदिर के निर्माण कार्य के लिए कुछ धनराशि एकत्रित कर के देना चाहते हैं तो 27 फरवरी तक दे सकते हैं।

ऐसे में अब तक 12 करोड़ से ज्यादा परिवारों से संपर्क किया जा चुका है जिसमें 5 लाख गांव शामिल है। मध्यप्रदेश से शिवराज सिंह चौहान जो वर्तमान मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यरत है उन्होंने एक लाख रूपए की धनराशि दी है और कहा कि भगवान श्री राम मंदिर के निर्माण में एक ईंट हमारे परिवार की भी लगाई जाएगी। यह राम मंदिर ही नहीं बल्कि राष्ट्र मंदिर है। यह भारत की पहचान है। यह हम सभी लोगों का सौभाग्य है की मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम इस धरती पर पैदा हुए और आम जनमानस को एक ऐसी राह देकर गए जिसका पालन करने से मनुष्य जीवन का उद्धार हो सकता है।

उन्होंने एक लाख का अनुदान विश्व हिंदू परिषद को दिया है। आपको बता दें कि इस निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान की शुरुआत की गई है और जगह-जगह से बधाइयां मिल रही है। इसी के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने भी राष्ट्रपति से मुलाकात की और हर क्रम में बातचीत की।

भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सबसे पहले दान दिया है और सब इसकी चर्चा कर रहे हैं कि आखिर राष्ट्रपति होने के बावजूद उन्होंने कितने का दान दिया है। सभी राजनीति से जुड़े लोगो ने इस अभियान के लिए शुभकामनाएं दी हैं। इस नेक कार्य के लिए करोड़ से ज्यादा परिवारों से अनुग्रह किया है कि वह आगे आकर सहयोग करें। राष्ट्रपति कोविंद का कहना है कि सबसे पहले तो राम मंदिर के भव्य निर्माण के लिए बधाई एवं राम मंदिर के तहत रामराज्य स्थापित करने हेतु हमने यह कदम उठाया है। जिसमें न्याय की प्रक्रिया को जनसाधारण के लिए बनाएंगे। यह कार्य सामाजिक सौहार्द लाने में काफी हद तक सफल रहेगा।

आपको बता दें कि राम मंदिर का मामला पिछले 30 दशकों से कोर्ट में लटका पड़ा था। जितने भी न्यायाधीश आए वह सब इस कार्य को टालते गए। लेकिन, 2019 की सरकार ने वह काम कर दिखाया जो पिछले 30 से 40 वर्ष में नहीं हो पाया था। हाल ही में राम मंदिर का शिलान्यास का लाइव प्रसारण टेलीविजन पर हुआ था। जिसको लाखों लोगों ने देखा और पसंद किया।