दिवाली से पहले पेट्रोल, डीजल की कीमतों में कटौती, सरकार ने घटाया उत्पाद शुल्क- अब इतना हुआ तेल का दाम

डेस्क : भारत के सभी राज्यों में पेट्रोल 35 पैसे की दर से रोज बढ़ रहा है। ऐसे में हम समझ सकते हैं कि महंगाई की मूल वजह तेल के दाम है, बता दें कि हर राज्य में पेट्रोल ₹100 प्रति लीटर के ऊपर जा चुका है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम भले ही बढ़ रहे हों पर श्रीलंका व नेपाल जैसे गरीब पड़ोसी देशों में पेट्रोल महंगा होने के बजाय सस्ता हुआ है।

ईंधन की बढ़ती कीमतों के प्रभाव से जूझ रहे लोगों को राहत देने के उद्देश्य से, सरकार ने दिवाली की पूर्व संध्या पर घोषणा की कि कल से पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क 5 रुपये और 10 रुपये कम किया जाएगा। डीजल पर उत्पाद शुल्क में कमी पेट्रोल की तुलना में दोगुनी होगी।

केंद्र ने राज्यों से उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए दोनों ईंधनों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) कम करने का आग्रह किया है। पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क को पिछले साल ₹ 19.98 प्रति लीटर से बढ़ाकर ₹ 32.9 कर दिया गया था, जो कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों से उत्पन्न होने वाले लाभ काफी कम था।

इस फैसले कई उपभोक्ताओं को दिवाली पर परेशानी हुई है। हालांकि इस सप्ताह की शुरुआत में तेल वितरण कंपनियों द्वारा रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में 266 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। पाकिस्तान में तेल के दाम मात्र 60 रूपए हैं। यह जानकारी भारतीय करेंसी के मुताबिक दी जा रही है। वही बात करें श्रीलंका की तो वहां पर ₹68 प्रति लीटर पेट्रोल चल रहा है। इतना ही नहीं भूटान जैसे गरीब देश में भी पेट्रोल का हाल भारत के मुकाबले काफी अच्छा है। ऐसे में ₹77 प्रति लीटर भूटान में पेट्रोल बिक रहा है। वहीं पड़ोसी देश नेपाल की बात करें तो नेपाल में 4 अक्टूबर को पेट्रोल का दाम 81 रूपया था।