डेस्क : भारत सरकार में मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि गणतंत्र दिवस के बाद, किसी भी वक्त एयर इंडिया- टाटा ग्रुप को सौंपी जा सकती है। आने वाले समय में टाटा ग्रुप का सब्सिडियरी होल्डिंग कंपनी जिसका नाम पैलेस प्राइवेट लिमिटेड है वह 18000 करोड़ों रुपए की कीमत पर एयर इंडिया को संभालेगी।
इसके बाद 11 अक्टूबर को टाटा ग्रुप द्वारा एक आशय पत्र जारी किया जाएगा। इस पत्र में यह पुष्टि की जाएगी कि एयर इंडिया को 100 फ़ीसदी की हिस्सेदारी पर खरीद लिया गया है। बता दें कि 25 अक्टूबर को ही भारत सरकार ने एयरलाइन के खरीद समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इतना ही नहीं इस काम से जुड़ी हुई अन्य औपचारिकताएं भी कुछ दिनों में पूरी हो जाएंगी। अब जल्द ही एयर इंडिया टाटा ग्रुप के द्वारा संभाली जाएगी।
सरकार का कहना है कि अब 26 जनवरी के बाद कभी भी टाटा ग्रुप एयर इंडिया संभालने लगेगा। इस काम के लिए विनिवेश की तैयारियां शुरू की जा चुकी है। लंबे समय से एयर इंडिया घाटे में चल रही थी, ऐसे में सरकार ने फैसला किया है कि एयर इंडिया की 100% हिस्सेदारी बेच दी जाए। Air India की हिस्सेदारी बेचने के लिए सरकार ने 12 हजार करोड़ रुपए रिजर्व प्राइस रखा था।
दरअसल यह लेन देन काफी पुरानी है। एक समय पर जेआरडी टाटा ने 1932 में टाटा एयरलाइंस का निर्माण किया था, लेकिन दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान सभी हवाई सेवाएं रोक दी गई थी। ऐसे में फिर 29 जुलाई 1946 को टाटा एयरलाइंस का नाम बदल दिया गया था। नाम बदलकर टाटा एयरलाइंस का नाम एयर इंडिया लिमिटेड कर दिया गया था। इसके बाद जब भारतवासियों को आजादी मिली तब सरकार ने 49 फ़ीसदी हिस्सा अपने पास रख लिया था इसके बाद फिर 1953 में इस पूरी एयरलाइन का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया था। अब 68 साल बाद टाटा ग्रुप ने अपनी कंपनी को वापस हासिल कर लिया है।