किसान प्रदर्शन में गई एक किसान की जान – परेड के तय रुट से नहीं निकाली ट्रेक्टर परेड

डेस्क : किसानों का प्रदर्शन नवंबर 2020 से चल रहा है। किसान कानून को वापस लेने की मांग पर सभी किसान अड़िग हैं। कई दौर की हुई बैठक में किसान के हित में फैसला नहीं हुआ जिसको लेकर किसान संगठन नाखुश हैं। ऐसे में किसानो ने पेटिशन सुप्रीम कोर्ट के पास दायर की थी जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने किसान कानून पर 18 महीने का स्टे लगा दिया था। वहीँ किसानों का मानना है की सुप्रीम कोर्ट द्वारा तैयार की गई कमिटी में सभी किसान समर्थक है।

इस बात पर भड़के किसानों ने 26 जनवरी पर सरकार से इजाज़त मांगी थी शान्ति पूर्ण प्रदर्शन के तहत ट्रेक्टर रैली गणतंत्र दिवस की रैली के बाद करेंगे लेकिन इसका उलटा ही हुआ। किसान अपने ट्रैक्टरो के साथ बैरिकेड तोड़ते हुए और सभी बॉर्डर पार करते हुए दिल्ली में घुस गए और लाल किले की ओर चले गए। यहां पर उन्होंने तिरंगे की बजाए अपने संगठन का झंडा फहराया। इसके बाद दिल्ली पुलिस के जवानों द्वारा यह झंडा उतरवा दिया गया।

इसके बाद कई ट्रेक्टर पर किसान आंदोलनकारी प्रदर्शन कर रहे थे। इसके चलते तीस वर्षीय किसान की मौत हो गई। मृतक नवनीत सिंह उत्तराखंड के रुद्रपुर स्थित बाजपुर गांव का रहने वाला था। इस प्रदर्शन में शामिल हुए किसानों ने शव को आईटीओ पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली के लिए आज का दिन एक ऐतिहासिक दिन होगा। किसान इन कानूनों को काला कानून बता रहे हैं।