न्यूज डेस्क : भारत सरकार दूरदर्शन ऑल इंडिया रेडियो को बढ़ावा देने के लिए एक सार्थक पहल कर रही है। इसकी स्थिति सुधारने व लोगों को इससे जोड़ने के लिए 2539 करोड़ रुपए खर्च की जाएगी। कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया है। ब्रॉडकास्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एंड नेटवर्क डेवलपमेंट एंड नेटवर्क डेवलपमेंट (BIND) के तहत सरकार की मंशा लोगों को सटीक खबरें, शिक्षा और मनोरंजन मुहैया कराना है।
दूरदर्शन (Doordarshan) और आकाशवाणी (AIR) का संचालन प्रसार भारती द्वारा किया जाता है। सरकार चाहती है कि बदली हुई प्रसारण तकनीक के साथ दूरदर्शन और आकाशवाणी के बुनियादी ढांचे का भी आधुनिकीकरण किया जाए। इंफ्रा को अपडेट करने के लिए सरकार 2,539 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
बड़े बदलाव होंगे : दोनों कंपनियों के पास लगे उपकरण और स्टूडियो आधुनिक और उन्नत तकनीक से लैस होंगे। ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड डेफिनिशन से हाई डेफिनिशन तक की जाएगी। यानी दूरदर्शन पर वीडियो की क्वॉलिटी अब और बेहतर हो जाएगी। साथ ही पुराने ट्रांसमीटरों को भी बदला जाएगा। सरकार नए एफएम ट्रांसमीटर स्थापित करेगी और मौजूदा एफएम ट्रांसमीटरों को अपग्रेड किया जाएगा। ये अपग्रेडेशन खासतौर पर सीमावर्ती इलाकों और रणनीतिक रूप से अहम इलाकों में किए जाएंगे।
युवाओं को मिलेगा रोजगार : सरकार की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रसारण उपकरण के निर्माण और उसके बाद स्थापना में अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होगा। इसके अलावा, जब सामग्री की गुणवत्ता में सुधार और वृद्धि होगी, तो देश भर में टीवी, रेडियो उत्पादन और अन्य मीडिया से संबंधित क्षेत्रों में लगे लोगों को भी अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा और उन्हें अपना कौशल दिखाने का मौका मिलेगा।