न्यूज डेस्क : पिता की मेहनत को बेटी ने जो मुकाम दिया है वह समाज में नए उदाहरण बनेंगे। केरल के तिरुवनंतपुरम के एक कंस्ट्रक्शन मजदूर की बेटी ने 481वीं रैंक प्राप्त कर यूपीएससी पास कर ली है। 481वीं रैंक लाने वाली ‘अस्वथी एस’ से आज लाखों लोग प्रेरित हुए हैं। उन्होंने यह सावित कर दिया है कि लक्ष्य को हासिल करने की जुनून के सामने कठिनाई टिक नहीं सकती। आज मजदूर पिता का सिर गर्व से ऊंचा है। अवस्थी एस कहती हैं ‘एक आइएएस अधिकारी बनने का मेरा सपना है, और अपने सपने को पूरा करने के लिए मैंने फिर से यूपीएस परीक्षा देने की योजना बना ली है।
मालूम हो कि संघ लोक सेवा आयोग के परीक्षा परिणाम आते ही केरलवासी झूम उठे। केरल ने एक बार पुनः सिविल सेवा गौरव हासिल किया है। टॉप 100 में केरल के 11 कैंडिडेट हैं। वहीं त्रिशूर के कोलाझी की रहने वाली ‘के मीरा’ ने छठी रैंक प्राप्त कर राज्य का नाम बधाई है। साथ ही वडकारा, कोझीकोड निवासी ‘मिथुन प्रेमराज’ ने 12 वीं रैंक प्राप्त की है। बतादें की राज्य के शीर्ष 11 कैंडिडेटों में से 8 महिलाएं हैं। टॉप 100 में स्थान प्राप्त करने वाले अन्य कैंडिडेटों में करिश्मा नायर 14वां रैंक हांसिल की, पी श्रीजा (20), अपर्णा रमेश ने (35), अश्वथी जीजी (41), निशा 51, वीना एस सुथन (57), अपर्णा एमबी ( 62), धीनन दस्तगीर (63) और इस लिस्ट में प्रसन्ना कुमार (100) के नाम भी शामिल हैं। आल इंडिया रैंक 6 लाने वाली व मीरा ने अपने चौथे प्रयास में कामयाबी हासिल कर ली है। मीरा ने कहा, ‘मैं इस उपलब्धि से बेहद खुश हूं। मेरी खुदी की मेहनत और मेरे शिक्षक, अच्छी कोचिंग ने मुझे इस रैंक के साथ ही परीक्षा पास करने में सहायता की है। मैं अपनी कर्तव्य को पूरी निष्ठा के साथ निभाऊंगी।