Number Plate : गाड़ियों की नंबर प्लेट पर क्यों लिखा होता है IND? जानें- क्यों ये है जरूरी…

Vehicle Number Plate : आप लोगों के पास कोई कार या बाइक तो जरूर होगी और जब हम कोई नया व्हीकल खरीदने हैं तो इसका रजिस्ट्रेशन भी करवाना जरूरी होता है। ऐसे में आपको पता होगा कि रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद ही आपको गाड़ी का नंबर दिया जाता है जो एक नंबर प्लेट पर लिखा हुआ होता है।

भारत में बना हुआ हर वाहन मोटर वाहन अधिनियम 1989 के अंतर्गत रजिस्टर्ड है। लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि किसी भी गाड़ी की नंबर प्लेट पर IND क्यों लिखा होता है? यह कुछ गाड़ियों के पीछे क्यों लिखा हुआ होता है और इसके पीछे का कारण क्या है? अगर नहीं पता तो आज हमेशा आर्टिकल की मदद से आपको बताने वाले हैं कि इसके पीछे का क्या कारण है?

नंबर प्लेट पर क्यों लिखा होता है IND?

आपको बता दें IND भारत का ही छोटा रुप है। आजकल कई गाड़ियों के नंबर प्लेट उभरी हुई होती है जिसके ऊपर होलोग्राम से IND लिखा हुआ होता है। शब्द IND हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेटों की विशेषताओं की सूची का हिस्सा है, जिन्हें केंद्रीय मोटर वाहन नियम 1989 में 2005 के संशोधन के एक भाग के रूप में पेश किया गया था।

ये IND हाई सिक्योरिटी नंबर आरटीओ द्वारा रजिस्टर्ड किया जाता है। अगर विक्रेता द्वारा कोई भी गाड़ी कानून की प्रक्रिया के तहत ली जाती है तो उसकी नंबर प्लेट पर क्रोमियम-प्लेटेड होलोग्राम भी लगा होता है, जिसे हटाया नहीं जा सकता है। यह सरकार के द्वारा खास स्थिति के लिए जारी किया जाता है।

इस नंबर प्लेट को हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट कहा जाता है। इसे जारी करने का मतलब सुरक्षा होता है। इन नई प्लेटों में टैम्पर-प्रूफ और स्नैप लॉक सिस्टम जैसी कुछ सुरक्षा विशेषताएं दी गई हैं जो हटाने योग्य नहीं है। सड़क किनारे जो विक्रेता होते हैं वह इसमें ब्लॉक सिस्टम जैसी नकल नहीं बना सकते हैं। इस तरह से ये प्लेटें वाहन मालिकों को चोरी या आतंकवादियों द्वारा दुरुपयोग के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती हैं।