Hindu Rituals : आपने बहुत सी शादियाँ होते देखी होंगी और जैसा की भारत विविधताओं से भरा देश है और यहाँ हर रीति-रिवाज का एक खास अर्थ या प्रतीक होता है, तो ऐसे ही हिन्दू रीति-रिवाज में विवाह के समय अंगूठी या सिक्के से मांग भरने का रिवाज होता है।
आपने अपने आस -पास सैकड़ों शादियाँ होते देखी होंगी और हो सकता है उनमें से एक आपकी खुद अपनी शादी की रस्म हो, लेकिन क्या काभी आपने किसी से पूछा की विवाह के समय वर वधू की मांग अंगूठी से क्यों भरता है? नहीं ना तो जानते हैं लेकिन अंगूठी से मांग भरने के पीछे क्या होती है खास वजह?
क्यों भरी जाती है अंगूठी से ही मांग?
भारतीय परंपरा और हिन्दू रीति रिवाज से मांग भरने के पीछे कई सारे कारण माने जाते हैं, जैसे सबसे पहले तो सिंदूर सौभाग्य की निशानी मानी जाती है, इसीलिए विवाह में पति द्वारा पत्नी की मांग इससे भरी जाती है और अंगूठी का भी यहाँ एक विज्ञान माना जाता है।
- अंगूठी से मांग भरना प्रेम का प्रतीक माना जाता है, इसीलिए सिंदूर अंगूठी से भरा जाता है।
- मांग भरने वाली अंगूठी सोने या चांदी की होती है, जो कि एक तरह से समृद्धि का संकेत माना जाता है और सिंदूर को सौभाग्य का प्रतीक इसीलिए सिंदूर अंगूठी से भरा जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सिंदूर यानि लाल रंग अप्रिय और अशुभ को दूर रखता है, इसीलिए शुभ कार्य में इसका प्रयोग किया जाता है और ये देवी देवताओं पर भी चड़ाया जाता है इसलिए सिंदूर से मांग भरना शुभ माना जाता है। विवाह में पहनाए जाने वाले आभूषण किसी ना किसी विधि या कार्यक्रम से जुड़े होते हैं और इसी तरह अंगूठी भी एक महत्वपूर्ण और आने वाले दंपती की शुभेच्छा का प्रतीक है।