मक्खियां एक जगह बैठकर हाथ क्यों मलती रहती हैं ? जानने के बाद मक्खी को लेकर सोच बदल जाएगी आपकी

डेस्क : अक्सर ही इंसान जब फुर्सत में बैठा होता है तो इंसान यहां-वहां की बातें करने लगता है। ऐसे में वो अपने आसपास की चीजों को भी नोटिस करता है, ज्यादातर भारत में एक मुहावरा काफी प्रचलित है जिसमें कहा जाता है कि खाली बैठकर मक्खियां मार रहे हो? लेकिन आपको बता दें कि मक्खी मारना इतना सरल नहीं है।

मक्खियों के हाथ रगड़ने की वजह ?
कई बार आपने मक्खियों को देखा होगा तो आपके दिमाग में यह प्रश्न उठा होगा कि आखिर मक्खी कहीं पर बैठती है तो वह अपने हाथ को मलने क्यों लगती है? इंसान अक्सर ही मक्खियों को गंदा समझते हैं लेकिन इंसान से ज्यादा मक्खियां अपनी साफ सफाई का ध्यान रखती है। वह 24 घंटे अपनी साफ सफाई करने में लगी रहती है। मक्खियों के 6 पैर होते हैं, ऐसे में कुछ मखियाँ और बड़ी होती हैं जो थोड़ी अलग प्रजाति की होती हैं लेकिन हम उनको भी मक्खी कहकर बुलाते हैं।

दरअसल उनका एक अलग से पंखा निकल जाता है। घर में दिखने वाली मक्खी भी कुछ इसी प्रकार की होती है। दरअसल मक्खी के हाथ मलने के पीछे लोगों ने अनेकों तर्क दिए हैं। मक्खी हाथ मलने जैसी हरकत इसलिए करती है क्योंकि वह अपनी साफ सफाई का ध्यान रखती है। यह बात कई लोगों के गले से नहीं उतरेगी लेकिन यह बात सच है। मक्खी के पास खुद का एक सेल रिसेप्टर लगा होता है जिसके जरिए वह अपने सूंघने की क्षमता से खाने को खोज पाती है और उस दिशा में उड़ने लगती है।

यदि स्मेल रिसेप्टर पर गंदगी जमा हो जाएगी तो वह सुनने में असमर्थ हो जाएगी, जिसके कारण उसे लगातार स्मेल रिसेप्टर को साफ़ करना होता है। हाथ और पांव रगड़ने के अलावा मक्खियां अपने पंख को सर पर भी रगड़ती है। ऐसे में यूनिवर्सिटी आफ एरीजोना के डॉक्टरों का कहना है कि इंसानों से ज्यादा मखियाँ अपनी साफ़ सफाई का ध्यान देती हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि मक्खियों की कुछ ऐसी भी प्रजातियां होती है जो निश्चित समय पर अपनी साफ सफाई करती हैं। कुछ मक्खियां सुबह के वक्त ज्यादा हाथ साफ़ करती है तो कुछ शाम के वक्त हाथ साफ़ करती नजर आती है। यह जानकारी प्राप्त करने के बाद पहले आप मक्खियों को जिस नजर से देखते होंगे अब उस नजर से नहीं देखेंगे।