डेस्क : जैसा कि हम जानते हैं सरकार की तरफ से आग बुझाने के लिए एक ऐसी सुविधा दी गई है जो बेहद ही महत्वपूर्ण है। ऐसे में हमें सड़को पर कभी-कभी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां देखने को मिलती है। यह फायर ब्रिगेड की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचकर आग बुझाने का काम करती है। ऐसे में जब भी हमारे सामने दमकल की गाड़ी आती है तो सभी लोग इनको रास्ता देते हैं ताकि यह हर जगह पर समय रहते पहुँच जाए।
इस दमकल गाड़ी का मुख्य उद्देश्य होता है आग बुझाना। आग बुझाने के बाद दमकल कर्मचारी लोगों की जान बचाते भी नजर आते हैं। देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी गाड़ियों का रंग लाल रखा गया है, आज हम आपको इसके पीछे का गणित बताने जाएंगे।
दरअसल दमकल की गाड़ियों को 1900 में उतारा गया था। उस दौर में सड़कों पर काले रंग की गाड़ियां नजर आती थी। यह सारी गाड़ियां फोर्ड कंपनी की हुआ करती थी। सभी लोग इन गाड़ियों को अच्छे से पहचान सके और रास्ता दे सके, इसलिए दमकल की गाड़ियों का रंग लाल रखा गया था।
उन दिनों फायर ब्रिगेड के विभागों के पास इतने पैसे नहीं होते थे कि वह आकर्षक रंग से अपनी गाड़ियों को रंग सके, जिसके चलते वह ज्यादातर लाल रंग का इस्तेमाल करते थे क्योंकि लाल रंग को दूर से ही पहचाना जा सकता है। बता दें की काले रंग से ज्यादा लाल रंग सस्ता पड़ता था और बड़े स्तर पर गाड़ियों को रंगने के लिए लाल रंग एक बेहतरीन विकल्प बचा था। वहीँ दूसरी तरफ इस बात को लेकर कभी भी लोगों का एक नजरिया नहीं रहा, हमेशा दमकल की गाड़ियों के रंग का भेदभाव हमें देखने को मिलता था।