कभी आपने सोचा आखिर “बारिश वाले बादल” काले ही क्यों दिखाई देते हैं? आज जान लीजिए…

Rain Clouds : खुला आसमान सूरज की चमकदार रोशनी किस को नहीं पसंद है. नीले नीले आसमान में सफेद बादलों के बीच सूरज की चमकती रोशनी देखना काफी ज्यादा मनमोहन लगता है,लेकिन जब भी बारिश का वक्त आता है, तो वही खूबसूरत सफेद बादलों के बीच काले, घने, घनघोर बादलों का साया मंडराने लगता है और पूरे नीले आसमान को कल कर देता है. लेकिन क्या आपको पता है की बारिश के वक्त ही यह बादल काले क्यों होते हैं?अगर आपको नहीं पता है तो लिए हम आपको बताते हैं और यह भी बताते हैं कि इसके पीछे का विज्ञान क्या कहता है?

विज्ञान में है काले बादलों का राज

काले बादलों का राज विज्ञान के पीछे छुपा हुआ है. इस क्रिया को वाष्पीकरण की क्रिया कहा जाता है, इस क्रिया के अनुसार काले बादल सफेद बादलों की अपेक्षा काफी ज्यादा पानी से भरे हुए होते हैं. क्योंकि वह बड़ी-बड़ी नदियों और समुद्री के पानी के वाष्प से तैयार होते हैं. सूरज की तेज किरणें जब इन नदी और समुद्र पर पड़ती है तो पानी भाप बनकर हवा में उड़ता है तब जाकर इन काले घने बादलों का निर्माण होता है।

बादल काफी ज्यादा घने होते हैं जिसकी वजह से सूरज की तेज किरणें बादलों के आर पार नहीं जा पाती है. जबकि इसके विपरीत सफेद बादल काफी हल्के होते हैं और बादलों में मौजूद पानी की छोटी-छोटी बूंदे सूरज के प्रकाश का परावर्तन कर देती हैं तो बादल सफेद रंग का दिखाई देता है।

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