आखिर गाड़ियों के नंबर प्लेट्स लाल, पीले, सफेद, नीले, काले रंग के क्यों होते हैं? जानें इन रंगों का क्या है सही मतलब

डेस्क: कई बार यात्रा के दौरान हम लोग टैक्सी, बस या फिर पर्सनल गाड़ी का यूज़ करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी इस बात को नोटिस किया, हर गाड़ी के पीछे अलग अलग रंग का नंबर प्लेट क्यों लगाया जाता है? कोई लाल रंग का होता है तो कोई पीला तो कोई सफेद रंग का होता है

आप लोगों ने इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश जरूर किया होगा, अगर अभी तक आपको मालूम नहीं पड़ा कि इसकी सच्चाई क्या है? तो चलिए कोई बात नहीं इस आर्टिकल के माध्यम से आज आप लोगों को डाउट क्लियर कर देगे। जानकारी के लिए आपको बता दें कि गाड़ियों के अलग-अलग रंग के बैकग्राउंड के नंबर प्लेट के अलग-अलग रजिस्ट्रेशन नंबर होते हैं, इनमें से हम पीले और सफेद रंग से परिचित हैं, लेकिन हरे और नीले रंग की ही क्यों होती हैं? तो आपको बता दे की नंबर प्लेट आरटीओ (RTO) या रीजनल ट्रांसपोर्ट अथोरिटी द्वारा इशू और स्पेशलाइज्ड की जाती हैं।

पीला रंग का नंबर प्लेट: कई बार आप लोगों ने सड़क पर गाड़ियों के पीछे पीले रंग का नंबर प्लेट तो जरूर देखा होगा, वैसे, गाड़ियों में पीले बैकग्राउंड होना सबसे आम है, नंबर प्लेट में बैकग्राउंड पीले रंग का होता है और काले अक्षर होते हैं, इसका मतलब साफ है कि वाहन का उपयोग कमर्शियल है, जैसे पैसेंजर्स या प्रोडक्ट्स को ले जाने के लिए किया गया है।

सफेद रंग का नंबर प्लेट: बता दें कि सफेद रंग का नंबर प्लेट वही व्यक्ति यूज करता है, जिसका गाड़ी खुद का पर्सनल हो,या फिर अपने निजी इस्तेमाल के लिए अपने गाड़ियों का यूज़ करते हैं, वे अपनी नंबर प्लेट के लिए सफेद बैकग्राउंड का उपयोग करते हैं, इस नंबर प्लेट पर काले रंग के अक्षरों में नंबर लिखा होता है।

हरा रंग का नंबर प्लेट: अब आप लोग पूछेंगे हरा रंग का नंबर प्लेट किस गाड़ी में लगाया जाता है, तो जानकारी के लिए आपको बता दें कि गाड़ी में हरे रंग की बैकग्राउंड और सफेद अक्षरों वाली नंबर प्लेट इलेक्ट्रिक गाड़ी है, लेकिन अगर हरे रंग की बैकग्राउंड में पीले अक्षर हैं, तो यह कमर्शियल परपस के लिए है, सफेद अक्षर पर्सनल गाड़ी के उपयोग को दर्शाते हैं, पीले अक्षर कमर्शियल उपयोग के लिए हैं।