Indian Army Vs BSF : आप सभी ने भारतीय सेना (Indian Army) और बीएसएफ (BSF) जिन्हें बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के नाम से जाना जाता है इन दोनों के बारे में जरूर सुना होगा. लेकिन क्या आपको इन दोनों के बीच का अंतर पता है ज्यादातर लोग यही मानते हैं कि यह दोनों ही देश की सेवा के लिए बॉर्डर पर खड़े होकर दुश्मनों से लड़ाई करते हैं, लेकिन आपको बता दें कि इन दोनों के ही अलग-अलग काम होते हैं और इन दोनों को ही अलग-अलग सुविधा भी दी जाती है आईए आज हम आपको भारतीय सेवा (Indian Army) और बीएसएफ (BSF) के बीच के अंतर को बताते हैं।
बीएसएफ (BSF) जवान कैसे देते हैं देश को सुरक्षा?
बीएसएफ (BSF) सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (CAPF) में आते हैं. बीएसएफ (BSF) के जवान बॉर्डर पर खड़े होकर दुश्मनों पर नजर रखते हैं वह यह देखते हैं की बॉर्डर पर किसी भी दुश्मन की सेवा के द्वारा कोई क्रिया तो नहीं की जा रही है, और यह भी देखते हैं कि कोई भी दुश्मन का सैनिक बॉर्डर के अंदर ना सके. कई बार जंग में ऐसा भी होता है की जंग में चलने वाली गोलियों को बीएसएफ के जवान भी अपने सीने में उतार लेते हैं. बीएसएफ (BSF) के जवानों को देश की सुरक्षा के लिए हमेशा बॉर्डर पर तैनात रहना पड़ता है।
भारतीय सेवा कैसे करती है देश की सुरक्षा?
भारतीय सेवा (Indian Army) सीमा से दूर रहकर खुद को दुश्मनों से जंग करने के लिए तैयार करती है युद्ध के समय भारतीय सेवा (Indian army) ही दुश्मनों से युद्ध करती इसलिए भारतीय सेवा (Indian Army) को बीएसएफ (BSF) के मुकाबले ज्यादा सुविधा भी प्रदान की जाती है क्योंकि इस सेना के जवान खुद को देश के लिए न्योछावर कर देते हैं।