आखिर E-Mail क्या है? इसका आविष्कार कब और किसने किया, जानें-

आज हर किसी के हाथों में एक स्मार्टफोन है. उस स्मार्ट फोन में व्हाट्सएप टि्वटर इंस्टाग्राम फेसबुक जैसे तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है. उन्हीं में से एक E-Mail है. जिसका इस्तेमाल लोग एक दूसरे तक अपनी बात पहुंचाने के लिए करते हैं.

खासकर ईमेल का इस्तेमाल बड़े-बड़े कारपोरेशन कंपनियों और एंपलाई करते हैं. आज जो बात व्हाट्सएप फेसबुक मैसेंजर से थोड़ी देर बाद सुनी जाती है वही बात अगर ईमेल के जरिए कहीं जाए तो जल्द ही जवाब मिल जाता है.

ईमेल का इस्तेमाल

आज लगभग हर किसी के हाथ में एक स्मार्टफोन है और इस स्मार्टफोन में पहले से ही ईमेल (Email), यूट्यूब जैसे प्लेटफार्म दिए होते हैं. हालांकि लोग अपनी बात को अब कॉल के जरिए व्हाट्सएप के जरिए इंस्टाग्राम के जरिए ट्विटर के जरिए अपने बॉस या फिर एक दूसरे तक पहुंचाते हैं.

आपने भी कभी न कभी ईमेल का इस्तेमाल जरूर किया होगा. इस बात को बखूबी जानते होंगे कि ईमेल का इस्तेमाल जॉब के लिए अन्य कार्यों के लिए किया जाता है. लेकिन ईमेल एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां आपकी बात को आपकी कंपनी या फिर आपका बॉस बहुत जल्दी सुन लेता है.

Email का आविष्कार

आपने कभी सोचा कि ईमेल आविष्कार किसने किया है. अगर नहीं तो आइए जानते हैं दरअसल, Email का आविष्कार किसी अमेरिकी ने नही बल्कि इस देश यानी भारत के 14 साल के लड़के ने किया है. आज हर कोई Email को जनता है क्योंकि अब हमारे ऑफिस वर्क से लेकर स्कूल, कॉलेज के काम भी Email से ही हो रहे है.

लेकिन अधिकतर लोग जानते है की इस email की खोज किसी अमेरिकी ने की थी जो गलत है, दरसल इसकी खोज भारत के एक 14 साल के लड़के शिव अय्यादुरई ने 1978 में की थी,,, पर अफसोस की बात है की आज भी हमारे भारत में इस बात को बहुत कम लोग ही जानते है।